रीवा शहर में दिवाली से पहले पुलिस कर्मियों को दोहरी सौगात मिली है। यहां SI से लेकर 120 आरक्षकों को नए भवन की चाभी सौंपी गई है। शनिवार की दोपहर पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन में अग्रिमा नाम की मासूम बच्ची से चिट निकलवाकर लॉटरी पद्धति से नवीन कमरों का अलाटमेंट किया गया। कार्यक्रम के दौरान डीआईजी मिथिलेश शुक्ला, एसपी नवनीत भसीन, एएसपी अनिल सोनकर, एएसपी मऊगंज विवेक कुमार लाल, आरआई केशव सिंह चौहान उपस्थिति रहे।
किराए की झंझट से छुटकारा
बता दें कि वर्षों से सैकड़ों पुलिस कर्मी मकान का आवंटन न होने से निजी स्तर पर किराए के मकानों में रहते थे। फैमली के साथ रहने वाले पुलिस परिवार के सदस्यों को 3 हजार से 10 हजार रुपए तक किराया लगाता। साथ ही परिवार की सुरक्षा का खतरा रहता था। क्योंकि ज्यादातर लोगों की ड्यूटी कहीं और मकान कहीं अन्य जगह पर रहते थे। नए भवन मिलने से पुलिस परिवार में दोहरी दिवाली हो गई है।
एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि ओआर टाइप के 96 कमरे प्रधान आरक्षक व आरक्षकों को दिए है। वहीं एनजीओ टाइप के 24 कमरे निरीक्षक, उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारियों को अलाट किया है। रीवा जिले में पुलिसकर्मी 2016 से नवीन कमरों का इंतजार कर रहे थे। दिवाली के मौके पर आवंटन से दोहरी खुशी है। नवीन कमरे आधुनिक सुविधाओं से युक्त है। सभी पुलिस परिवार के लोगों को अब घर से बाहर भी घर जैसा अहसास होगा।