जानकारी के मुताबिक करसरा निवासी मनोज चौधरी पिता रामाश्रय चौधरी की शनिवार को रीवा के संजय गांधी मेडिकल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। गत 4 अक्टूबर को गांव में उसके साथ मारपीट हुई थी जिसके बाद उसे पहले जिला अस्पताल सतना और फिर यहां से एसजीएमएच रीवा ले जाया गया था। दस दिन बाद उसकी मौत की खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गया।
सतना के सिंहपुर थाना क्षेत्र के करसरा गांव में मारपीट में घायल एक युवक की मौत के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। घटना के 10 दिन बाद युवक की मौत से परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा इस कदर भड़का है कि, उन्होंने शव लेने और आरोपियों की गिरफ्तारी के बगैर युवक का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। स्थिति ऐसी है कि एहतियाती तौर पर करसरा में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करना पड़ा है।
ग्रामीणों और परिजनों में गुस्सा भड़क उठा और करसरा का माहौल तनावपूर्ण हो गया। ग्रामीण प्रदर्शन करने लगे और उनके तेवर भी आक्रामक हो गए। सूचना मिलने पर सिंहपुर थाना का पुलिस बल तो पहुंचा ही कोठी- नागौद समेत अन्य थानों के पुलिस बल को भी करसरा बुला लिया गया।
शव लेने-अंतिम संस्कार करने से इनकार
बताया जाता है कि शनिवार की शाम जब मनोज चौधरी का शव करसरा पहुंचा तो वहां नाराज लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था। परिजनों ने मनोज की हत्या का आरोप गांव के ही संतोष प्रजापति,कमलेश प्रजापति, सौरभ त्रिपाठी और मोनू त्रिपाठी पर लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नही कर लिया जाता तब तक वे युवक का अंतिम संस्कार नही करेंगे।
घर से बुला कर ले गए, मारपीट कर फेंक दिया
युवक के पिता रामाश्रय चौधरी का आरोप है कि उसके बेटे की हत्या साजिश के तहत की गई है। उसने पुलिस को दिए शिकायतीं पत्र में बताया कि उसका बेटा मनोज गांव में ही अपनी छोटी सी बैंड पार्टी बनाए हुए था।
उसे एक कार्यक्रम में बैंड बजाने के लिए कहा गया था लेकिन उसने असमर्थता जताते हुए इंकार कर दिया था। उसके बाद उसे 4 तारीख की रात घर से सौरभ त्रिपाठी की दुकान में बुलाया गया था। वहां उसके साथ कमलेश,संतोष, सौरभ और मोनू ने मारपीट की। उसे सती दाई के मंदिर के पास फेंक कर आरोपी चले गए।
रात लगभग 9 बजे गांव के जमुना सरपंच ने सूचना दी कि मनोज वहां पड़ा है। रामाश्रय ने बताया कि जब वो वहां पहुंचा तो मनोज बुरी तरह घायल था। उसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी थी। लेकिन तब सिंहपुर पुलिस ने संजीदगी नही दिखाई,नतीजतन उसके बेटे की मौत हो गई।