विधानसभा चुनावों से पहले मध्य प्रदेश की राजनीति पोस्टर वार शुरू हो गया है. बीते एक महीने पहले जहां राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर लगाए गए थे, इस पोस्टर पर पलटवार करते हुए सीएम शिवराज के पोस्टर लगाए गए थे.वहीं अब कांग्रेस ने अपने कार्यालय पर पोस्टर लगा कर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस कार्यालय के मुख्य द्वार सहित अन्य स्थानों पर लगे पोस्टरों पर लिखा है- घोटाला, घोटाला, शिवराज के घोटाले, कांग्रेस ने खोल डाले. बीजेपी सरकार के घोटालों का पर्दाफाश.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब महज दो ढाई महीने का समय ही शेष रह गया है. लंबे समय बाद मध्य प्रदेश बीजेपी ने चुनाव से दो महीने पहले ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है.
हालांकि 230 सीटों में से अभी 39 सीटों पर ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है. बीजेपी ने जिन सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है, उन सीटों पर पिछले विधानसभा चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा था. इधर बीजेपी के द्वारा उम्मीदवारों की सूची जारी करते ही प्रदेश की सियासत गर्मा गई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, तो दूसरी तरफ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी पत्रकार वार्ता आयोजित कर कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है.
पोस्टर के जरिये कांग्रेस ने लगाये ये आरोप
कांग्रेस द्वारा राजधानी भोपाल के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर अनेक पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टरों में कुछ मुख्य गेट पर भी लगे हैं. इन पोस्टरों पर लिखा है कि शिवराज के घोटाले, कांग्रेस ने खोल डाले, बीजेपी सरकार के घोटालों का पर्दाफाश. 50 फीसदी कमीशन रेड, घोटाला सेठ आदि लिखा हुआ है. कुल मिलाकर अब जो भी कांग्रेसी प्रदेश कार्यालय में जाएगा, तो उसकी नजर इन पोस्टरों पर जरुर पड़ेगी.
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोप पर किया पलटवार
इधर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है. प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि, ‘कमलनाथ सरकार के दौरान प्रदेश की 7 सिंचाई परियोजनाओं में 877 करोड़ रुपए घोटालों की ईडब्ल्यू की जांच में खुलासा हुआ था.’ उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने बांध नहरों के लिए 877 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया था, जिनका काम शुरु ही नहीं हुआ था.
यह इतिहास है इस देश का, बिना काम शुरु हुए 877 करोड़ का पेमेंट कर दिया गया था. अब पोस्टरों के माध्यम से जनता को भ्रमित करने का काम किया जा रहा है. प्रदेश की जनता सब जानती है.