रीवा कमिश्नर कार्यालय सभागार में संभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में रीवा संभाग के प्रभारी अधिकारी तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव वन श्री जेएन कंसोटिया ने कहा कि कलेक्टर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन की सतत निगरानी करें। क्षेत्र का भ्रमण करके योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाई को दूर करें। साप्ताहिक समीक्षा बैठक में विकास योजनाओं से जुड़े अन्तर्विभागीय विषयों पर चर्चा करके अधिकारियों को उचित निर्देश दें। संभागीय बैठक में लिए गए निर्णयों पर तत्परता से कार्यवाही करें। बैठक के जिला और संभाग स्तर के सभी बिन्दुओं पर कार्यवाही करके पालन प्रतिवेदन पोर्टल पर ऑनलाइन दर्ज कराएं। कलेक्टर और वनमण्डलाधिकारी विकास योजनाओं से जुड़े भूमि के प्रकरणों का संयुक्त रूप से प्रयास करके निराकरण करें। जिससे स्वीकृत विकास कार्यों को तय समय सीमा में पूरा किया जा सके।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि मऊगंज तथा मैहर नए जिले हैं। इनमें संयुक्त जिला कार्यालय भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव तत्काल तैयार करें। इन जिलों में नवीन कार्यालय प्रारंभ करने तथा अधिकारियों एवं कर्मचारियों के पद स्वीकृत कराने के संबंध में विभागीय स्तर से प्रयास करें। सिंचाई, सड़क, नल-जल योजना तथा अन्य निर्माण कार्यों में जहाँ वन भूमि की आवश्यकता है वहाँ संबंधित विभाग के अधिकारी अनुमति के लिए आवश्यक अभिलेखों के साथ ऑनलाइन आवेदन करें। वन विभाग के अधिकारी निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार तय समय सीमा में आवेदन का निराकरण करें। कलेक्टर इसकी हर सप्ताह समीक्षा करें। जमीन के अभाव में किसी भी परियोजना का निर्माण कार्य बाधित नहीं होना चाहिए। ऐरा प्रथा के नियंत्रण के लिए कलेक्टर मऊगंज द्वारा किया गया नवाचार सराहनीय है। ग्रामीण विकास विभाग से स्वीकृत सभी गौशालाओं का निर्माण पूरा कराकर उनमें गौवंशों के रखने की तथा गौशाला संचालन की व्यवस्था करें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि पेयजल व्यवस्था से जुड़े निर्माण कार्यों पर सभी कलेक्टर विशेष ध्यान दें। जल जीवन मिशन के कार्यों की नियमित समीक्षा करें। विकास योजनाओं के संबंध में जनप्रतिनिधियों से प्राप्त सुझावों को ध्यान में रखकर योजनाओं का क्रियान्वयन कराएं। संभागीय बैठक में जल जीवन मिशन की बाणसागर प्रथम समूह नल-जल योजना के कार्य में तेजी के सुझाव दिए गए थे। इस महत्वपूर्ण योजना का कार्य समय सीमा में पूरा कराएं। संभाग में स्वीकृत सभी पाँच प्रमुख समूह नल-जल योजनाओं के कार्यो की कलेक्टर नियमित समीक्षा करें। बरगी परियोजना में स्लीमनाबाद टनल का निर्माण दिसम्बर माह तक पूरा होगा। इसकी नहरों का कार्य पूरा करा लें जिससे टनल का कार्य पूरा होते ही किसानों के खेतों तक पानी पहुंच सके। सीधी और सिंगरौली जिले की सिंचाई परियोजनाओं तथा नल-जल परियोजनाओं में वन भूमि में अनुमति के संबंध में सभी प्रस्ताव शासन स्तर को प्रेषित कर दिए गए हैं। इनमें स्वीकृतियाँ शीघ्र जारी हो जाएंगी।
बैठक में संभागीय बैठक के सभी एजेण्डा बिन्दुओं पर विभागवार चर्चा की गई। बैठक में सीधी-सिंगरौली हाईवे निर्माण, जल संरक्षण के कार्यों, विभिन्न सड़कों के निर्माण, गुलाबसागर सिंचाई परियोजना, सिंगरौली में ट्रामा सेंटर के निर्माण, टोंस बराज के डूब से अप्रभावित 36 गांवों के किसानों को उनकी जमीन वापस करने, खराब ट्रांसफार्मर बदलने, चितरंगी कालेज में नवीन कक्षाएं प्रारंभ करने तथा सतना जिले में बगदरा घाटी में गौ अभ्यारण्य निर्माण के प्रस्तावों पर चर्चा की गई। बैठक में कमिश्नर गोपाल चन्द्र डाड ने कहा कि सभी संभागीय अधिकारी विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इनमें किसी भी तरह की कठिनाई आने पर तत्काल अवगत कराएं। कलेक्टर साप्ताहिक टीएल बैठक में विकास कार्यों की नियमित समीक्षा करें। राज्य स्तर पर प्रेषित प्रस्तावों को स्वीकृत कराने के लिए लगातार फालोअप करें। बैठक में सभी कलेक्टरों ने जिले के विकास कार्यों की जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त वन संरक्षक राजेश राय, कलेक्टर रीवा श्रीमती प्रतिभा पाल, कलेक्टर सीधी स्वरोचिष सोमवंशी, कलेक्टर सिंगरौली चन्द्रशेख शुक्ला, कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव, कलेक्टर मैहर रानी बाटड, प्रभारी कलेक्टर सतना स्वप्निल वानखेड़े, डीआईजी साकेत पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक रीवा विवेक सिंह, सभी जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वन मण्डलाधिकारी तथा संभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।