रीवा यूपी में कर्मचारी संगठनों का उदाहरण देकर आगामी 6 महीने के लिए हड़ताल पर प्रतिबंध लगाने को संयुक्त किसान मोर्चा ने योगी सरकार की कड़े शब्दों पर निंदा की है इसके पहले भी सरकारें हड़ताल पर प्रतिबंध लगाती थी लेकिन ऐसे आदेश नहीं जारी करती थी कि हड़ताल की तैयारी करने वालों को बिना वारंट के भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा यह प्रक्रिया अंग्रेजी हुकूमत से ज्यादा दुर्दांत है संविधान देश के हर नागरिक को अभिव्यक्त की आजादी देता है लेकिन योगी सरकार बात तो राम राज्य की करती हैं लेकिन काम रावण का करती हैं जिस राम ने एक व्यक्ति के कहने से राज्य त्याग दिया था तथा एक व्यक्ति के कहने से सीता को त्याग दिया था यदि आज राम होते तो शायद ऐसा नहीं होता संत के भेष में कालिनेमि ने भी हनुमान जी का मार्ग रोकने की कोशिश की थी फिर हनुमान जी ने कालिनेमी का जो हस्र किया समूचा देश जानता है रावण भी साधु का भेस धारण कर सीता हरण किया था फिर रावण का क्या हश्र हुआ आप सब जानते हैं वही हस्र किसान मजदूर कर्मचारी मिलकर योगी और भाजपा का करेंगे राम चरित मानस में योगी और भाजपा के लिए गोस्वामी जी ने पहले ही लिख दिया था
निर्मल मन जन सो मोहि पावा। मोहि कपट छल छिद्र न भावा।।
जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी। सो नृप अवसि नरक अधिकारी l
योगी सरकार के ऐसे आदेश की कड़ी निंदा करते हुए संयुक्त किसान मोर्चे के नेता शिव सिंह रामजीत सिंह इंद्रजीत सिंह शंखू शोभनाथ कुशवाहा संतकुमार पटेल अनिल सिंह जवा एड शिवपाल सिंह गिरजेश सिंह सेंगर आदि ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आगामी 6 माह के लिए हड़ताल पर प्रतिबंध लगाकर देशभर में इमरजेंसी की ओर इशारा किया है किसान आंदोलन को कुचलने के लिए योगी सरकार ने हड़ताल पर प्रतिबंध लगाकर कायराना हरकत की है ऐसा ही कम हिटलर ने जर्मनी में उठाया था जिसका खामियाजा उसको भुगतना पड़ा था सरकार को हम बताना चाहते हैं ऐसे असंवैधानिक आदेश इस देश में चलने वाले नहीं है योगी मोदी की बहरूपिया सरकार से किसान डरने वाले नहीं हैं संयुक्त किसान मोर्चा किसी भी सूरत में यह दमन बर्दाश्त नहीं करेगा
अनुपम अनूप