मैहर। कोरोना की मार झेलकर व्यापारी अभी ठीक से संभला भी नही की, अब नगर पालिका प्रशासन व्यापारियों की कमर तोड़ने पर उतारू है।लगातार हो रही विभिन्न प्रदर्शनियाँ स्थानीय व्यापारियों के धंधे को बेहद ही कमजोर कर रही है, नगर पालिका द्वारा नियम विरुद्ध आये दिन नए प्रदर्शनी हाट बाजार लगवा कर व्यापारियों की कमर टोडी जा रहिउ है।इसके द्वारा नगर पालिका प्रशासन न जाने क्या हाँसिल करना चाहता है? नगर पालिका द्वारा लगवाई जाने वाली प्रदशनी मे मे कई अनियमितताएं है जैसे की,
* 10 या 15 दिनों की मंजूरी लेकर, एवं इतने ही दिनों का किराया जमा कर यह प्रदर्शनियां महीनों जमी रहती है।
* बिना बिल का हल्की क्वालिटी का घटिया नकली समान नगर में खपाती है।
* GST की 100% चोरी करने वाली इन प्रदर्शनी हाट बाजार पर फ़ूड ज़ोन भी होता है जिनमें घटिया खाद्य सामग्री बेची जाती है किंतु कभी खाद्य विभाग की नज़र तक नही पड़ती।
* झूलों की मेंटेनेंस का भी कोई माई-बाप नही। इन झूलों में झूलने वाले नगर के बच्चों को खासा जोखिम रहता है।
* फायर सेफ्टी के लिए दिखावे का एक सिलेंडर लटका दिया जाता है, जो 10×10 की आग भी नही बुझा सकता।
* जितने एरिया की परमिशन होती है , उससे कही ज्यादा एरिया में इनका विस्तार होता है
इतने सब के बावजूद महज कुछ हजार रुपयों की पर्ची काटकर नगरीय प्रशासन अपनी पीठ थपथपाता है।बगैर इस बात की चिंता के की नगर की आर्थिक गतिविधियों पर इसका कितना गहरा असर पड़ रहा है।