विदिशा महिलाएं जब तालाब एवं कुआ से पानी भर कर लाती हैं तभी पकता है उनके घर का भोजन। गांव में बना वंदा बांध में पल रही है मछली, कई सालों से रुका पानी पीने को मजबूर हैं गांव के ग्रामीण, ग्रामीणों ने कहा सरपंच से लेकर सचिव और कई जन प्रतिनिधियों से हेडपंप और ट्यूबवेल की लगाई थी गौहर नहीं हुई कोई सुनवाई, इस वंदा बांध में पल रही है मछली, धुल रहे हैं कपड़े ,हो रहा है नहाना और वही पानी पी रहे हैं ग्रामीण, गंदा पानी पीने से खांसी ,सर्दी जुकाम उल्टी दस्त और हाथों में खुजली के दिख रहे हैं लक्षण
एक तरफ तो शासन द्वारा नल जल और घर-घर जल योजना सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाई जा रही है, ताकि सुख कंठ को पानी मिल सके, और वहीं दूसरी ओर जिले से 80 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत दाऊद बासौदा के आदिवासी टपरा एवं सत्ताखेडी जाजौन के मालूद टपरा खोगरा गांव के आदिवासियों की एक बस्ती गंदा पानी पीने को मजबूर है जो पिछले 4 साल से एक तालाब का रुका हुआ पानी पी रहे हैं इतना ही नहीं उस तालाब के पानी में मछली पालन हो रहा है इस तालाब के पानी से ग्रामीण नहाना कपड़े धोने में उपयोग करते हैं लेकिन मजबूरी में इन्हें वही गंदा पानी पीना पड़ रहा है और इस पानी से उन्हें सर्दी जुकाम खांसी लाल चिकते और खुजली जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं ग्रामीण जल संकट से परेशान है और उन्होंने विधायक से लेकर सरपंच सचिव और कई अधिकारियों को गांव में ट्यूबवेल या हेड पंप लगाने की गुहार लगाई लेकिन उनकी सुनवाई आज तक किसी ने नहीं की लिहाजा ग्रामीण गंदा पानी पी रहे हैं।
कैमरे में कैद हुई तस्वीरों को आप देख रहे होंगे और सोच रहे होंगे यह किसी नदी का घाट है और इसमें महिलाएं पानी भर रही हैं ग्राम पंचायत दाऊद बासौदा का एक गांव आदिवासियों की बसाहट वंदा बांध के कई सालों से रुके हुए पानी को पिछले 4 साल से पी रही है गंदा मटमैला काई वाला पानी मजबूरी में पी रहे हैं वही मालूद टपरा के नागरिक एक निजी कुआ का गंदा पानी पीने मजबूर है गांव में सिर्फ एक हैंडपंप है वह भी बंद पड़ा है 181 पर शिकायत दर्ज करने के बाद सुनवाई तो हुई सिर्फ दो दिन चालू हो सका हेडपंप ग्रामीण बताते हैं कि किसी पानी में जानवर डूबे रहते हैं और शौच के लिए भी कई ग्रामीण वहां पहुंच जाते हैं और वही पानी पीने से उन्हें खासी सर्दी जुकाम शरीर में लाल चिकते उल्टी दस्त और खुजली जैसे लक्षण हमेशा दिखाई देते हैं बड़े से लेकर बच्चे इसी पानी पी रहे हैं मलूद गांव के ग्रामीण बताते हैं कि सरपंच जगपाल सिंह भदोरिया ने बस्ती में एक और हेड पंप अति शिघ्र लगाने का आश्वासनों दिया वही एक बर में मोटर डालने का बोला गया है वही दाऊद बासौदा के सरपंच भैया राम यादव ने बताया है कि वह पिछले 2 साल से लगातार प्रयास कर रहे हैं की पानी की व्यवस्था हो इसके लिए वह कई बार जनपद कार्यालय में आवेदन दे चुके हैं पीएचई विभाग को भी अवगत करा चुके हैं विधायक जी को भी अवगत करा चुके हैं वह हर तरीके से प्रयास कर रहे हैं के यहां पर पानी की व्यवस्था हो जाए ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में विधायक आते ही नहीं है बल्कि गांव के लोग अपना वोट भी डालते हैं लेकिन इन्हें सुविधा नहीं मिल रही है गर्मी के दिनों में इनके प्यासे कठ गंदे पानी से प्यास बुझा रहे हैं और सरकारों के बड़े-बड़े वादे खोखले साबित हो रहे हैं। विदिशा से आशीष सहेले की रिपोर्ट