रीवा जिला अंतर्गत मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश सीमा के नजदीक बसा चाकघाट नगर वर्षों बाद भी विकास के मामले काफी पिछड़ा हुआ है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि सहीं समय पर जनप्रतिनिधियों द्वारा उचित पहल नहीं की गई। जबकि चाकघाट नगर पूर्व में नेशनल हाईवे 27 एवं वर्तमान में नेशनल हाईवे 30 में बसा हुआ है। समय-समय पर इसी हाईवे से केंद्रीय एवं राज्य मंत्रियों सहित बड़े-बड़े संतो और दिग्गजों का आना-जाना हुआ है। बता दे कि चाकघाट नगर कभी 50 से अधिक किलोमीटर के एरिया में मुख्य बिंदु हुआ करता था परन्तु अब नगर का अस्तित्व संकट में है। विकास के मामले में चाकघाट नगर के साथ सदैव ही सौतेला व्यवहार किया गया है। वर्तमान समय में विधानसभा और जिला दोनों स्तर पर जनता जनार्दन को बड़ी उपलब्धता हासिल हुई है। जहां लोगों की उम्मीदें एक बार पुनः जाग चुकी है। इसी क्रम में नवनिर्वाचित उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला व नवनिर्वाचित युवा विधायक सिद्धार्थ तिवारी एवं सांसद जनार्दन मिश्रा से विकास कार्यों के लिए मजबूती के साथ कार्य करने की अपील की गई है। नगर वासियों का कहना है कि पुराने चौकी परिसर की भूमि पर शासकीय दुकानों का निर्माण हो, पूर्व के दौरान लगने वाले उपतहसील को अतिशीघ्र पुनः संचालित किया जाए, रीवा एवं प्रयागराज के बीच चलने वाले सभी बसों का स्टाफ नए बस स्टैंड में तत्काल निर्धारित करवाना, एनएसपीजी कॉलेज चाकघाट को नियमित रूप से संचालित करवाना, नगर में जरूरत से ज्यादा बढ़ रहे अतिक्रमण पर एक्शन लेना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त महिला-पुरुष चिकित्सकों की पदस्थापना करवाकर चिकित्सीय सेवाओं को बेहतर बनाने की मांग, चाकघाट बाजार और मंत्री चौराहा, बघेड़ी चौराहा में सुलभ कांप्लेक्स का निर्माण, संस्कृत विद्यालय की भूमि पर एक- दो- तीन वार्डों के लिए सामूहिक रूप से आंगनबाड़ी केंद्र बनाना, चाकघाट टमस नदी का सौंदर्यीकरण कर पर्यटन क्षेत्र बनाना, सीएम राइज स्कूल की सौगात देना, खेल मैदान एवं गौशाला की आवश्यकताओं की पूर्ति करना, 80 किलोमीटर दूर संचालित आरटीओ विभाग का उपआरटीओ कार्यालय चाकघाट में संचालित करना जिससे विभिन्न कार्यों का संपादन क्षेत्र में ही संपन्न हो सके, पशु चिकित्सालय की अव्यवस्थाओं पर विराम लगाना, शासकीय भूमि को संरक्षित करना अन्य बिंदु शामिल है।
:अनुपम अनूप