सूत्र बता रहे हैं कि अंदर पावर प्लांट के जिम्मेदार मौके से साक्ष्य मिटाने का प्रयास कर रहे हैं वही सूत्र से सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची मीडिया टीम को गेट पर ही रोक दिया गया घंटे से गेट पर अंदर जाने का इंतजार करते रहे मीडिया करने! वही सूत्र यह भी बताते हैं कि इस प्रकार की घटनाएं आए दिन पीपीसीएल जैसे बड़े पावर प्लांट के अंदर होती रहती है लेकिन जिम्मेदारों के मिली भगत के कारण किसी को भनक तक नहीं लगती, सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन हादसों का शिकार हो रहे लोगों में से ज्यादातर लोग बाहरी होते हैं जिसके वजह से घटना के बारे में क्षेत्र के लोगों को जानकारी भी नहीं हो पाती है। जिसका फायदा बाकायदा पावर प्लांट के जिम्मेदार अधिकारी भरपूर उठाते हैं और ऐसे मजदूरों का शोषण करते हैं!