विद्युत वितरण केन्द्र सिरमौर के उपभोक्ताओं को कभी जरूरत के अनुसार विद्युत आपूर्ति नही की जाती है ।पांच मिनट के लिए विजली आती है फिर गुल हो जाती है । हर पांच मिनट में पांच मिनट के लिए विजली की आंख मिचौली जारी रहती है । यह हाल सिरमौर नगर का है । ग्रामीण क्षेत्र में तो हर दूसरे तीसरे दिन ब्लैक आउट की स्थिति रहती है ।थोड़ी हवा चली या हल्की बूंदाबांदी हुई तो रात भर के लिए विजली गायब हो जाती है ।
माना कि विभाग में कर्मचारियों की कमी है । लेकिन हवा चलने पर कोई तो विजली बंद करता ही होगा । किन्तु हवा बंद होने के बाद उसे चालू करना भूल जाते हैं ।
अब ताजे घटना क्रम पर बात करें तो नगर के रीवा रोड स्थित विद्याधर द्विवेदी के घर के पास लगे ट्रांसफार्मर में कई दिनों से करेंट उतर कर आसपास की जमीन ही नही वल्कि विद्याधर की दीवारों तक आता है ।जिसकी सूचना उन्होंने मौखिक रूप से विभाग को दिया था । किन्तु विभाग के लोगों ने उसे नहीं सुधारा । 28 तारीख की रात मिथिलेश पाण्डेय की गाय जमीन में उतरे करेंट में फंसकर मर गई । जिसकी सूचना उनके द्वारा दी गई।फिर भी सुधार नहीं किया गया । उसके अगले दिन 29 तारीख को एक अन्य गाय उसी स्थान पर करेंट में फंसकर मर गई । दो दिन से निरीह पशुओं का मरना जारी है ।
यह हाल केवल विद्याधर के पास का नही है वल्कि जगह जगह है । यह बात भी सही है कि विभाग कर्मचारियों की कमी की समस्या से जूझ रहा है । सीधे सीधे सरकार पर जिम्मेदारी जाती है कि जरूरत के अनुसार कर्मचारियों की नियुक्ति करे ।जिससे मेंटीनेंस और पेट्रोलिंग का काम होता रहे ।भरी बरसात में आम लोगों को अंधेरे में रातें न गुजारनी पड़े । गोवध का विरोध करने वाली सरकार पर गैर इरादतन गौ हत्या का पाप न लगे ।