शहडोल जिले के पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवम कोल व्यवसाय करने वाले किशोरी लाल चतुर्वेदी को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है पुलिस के रिकार्ड के मुताबिक ब्योहारी थाने में आठ साल पहले इनके खिलाफ मामला दर्ज था जहा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायालय ने जेल भेज दिया
शहडोल जिले के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवम कोल व्यवसायी बाबाजी के नाम पर संभाग ही नहीं प्रदेश में पहचान बना चुके किशोरी लाल चतुर्वेदी ने तो बारी-बारी से पुलिस से कभी दोस्ती और कभी दुश्मनी का सिलसिला जारी रखा, इससे पहले के 8 सालों में ईनामी बदमाश पुलिस अधिकारियों और कलेक्टर तथा अपर कलेक्टरों के साथ बैठकों में शामिल होते,रहे बड़े नेताओं के साथ कभी भाजपा, तो कभी कांग्रेस और कभी सपाक्स के बैनर तले चुनाव भी लड़े और जीत भी हासिल की, शहडोल पुलिस ने किशोरी लाल चतुर्वेदी के आपराधिक रिकार्ड खगाले तो पुलिस रिकार्ड में 70 साल के किशोरी लाल चतुर्वेदी ने 44 साल पहले 26 साल के उम्र में ही पहली बार पुलिस में मामला दर्ज हुआ था , यहीं से किशोरी के आपराधिक रिकार्ड की शुरूआत हुई शहडोल जिले के बुढ़ार थाने में सबसे अधिक 15 आपराधिक मामले किशोरी के खिलाफ दर्ज हुए है, इसके बाद गोविंदगढ़ में 5, रायपुर करचुलियान में 3 और अमलाई में 2 तथा ब्यौहारी में 01 मामला पुलिस ने दर्ज किया है।
44 सालों से जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में किशोरी लाल चतुर्वेदी के खिलाफ लगातार आपराधिक मामले दर्ज हो रहे थे,, लेकिन चुनावों से पहले न तो, फरार आरोपी की तलाश के लिए प्रेसनोट जारी हुए और न ही ईनाम की सार्वजनिक घोषणा की गई। कोयले के अवैध उत्खनन और परिवहन के जब लगातार मामले सामने आये तो, पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक और एडीजीपी डी.सी. सागर के निर्देशन में खंगाले गये आपराधिक रिकार्डाे ने खुद पुलिस को हैरत में डाल दिया है, महज 2 से 4 अपराधों के बाद जहां पुलिस जिला बदर और रासुका जैसी कार्यवाही करने के साथ ही शातिर बदमाशों के अवैध निर्माण जमींदोज करने से नहीं चूकी, वहीं इस मामले में किशोरी लाल चतुर्वेदी पूरी तरह कार्यवाही से किनारे ही रहे।