सतना – एक माह में जिले के इमानदार पुलिस कप्तान ने दो थाना प्रभारियों को ठिकाने लगा दिया । पहले अमदरा के थाना प्रभारी राजेंद्र पाठक को 50 किलो गांजा छोड़ने के आरोप में पुलिस लाइन में जमा किया ।अब जसो थाना प्रभारी वर्षा सोनकर को जीना फुड चलवाने के आरोप में निलंबित कर दिया । गौरतलब है कि यातायात थाना प्रभारी रहते वर्षा सोनकर ने नकली रसीद छपवाकर भारी वसूली की थी । इसी से उनके पैसे की भूख को समझा जा सकता है । राजनीति हो या अन्य सामाजिक क्षेत्र दागी लोगों पर बहस होती है । लेकिन पुलिस विभाग के बागी नेताओ और लालची उच्च पुलिस अधिकारियों की चापलूसी कर मलाईदार पद पा जाते हैं सूत्रों कर मलाईदार पदमा जाते हैं सूत्रों का कहना है कि वर्तमान यातायात प्रभारी अशोक गौतम दागी होकर जमानत पर है बताया जाता है कि सागर में पदस्थापना के दौरान हिरासत में एक युवक की हत्या का आरोप है, और वे जेल यात्रा भी कर चुके हैं। जुगाड़ ऐसा कि दोबारा जिले में आ गए । वर्षा सोनकर का निलंबन एक मिसाल है । थाना प्रभारी खाकी वर्दी को वसूली का औजार न बनाकर जनता को न्याय दें अन्यथा ईमानदार आईपीएस आशुतोष गुप्ता की कलम से वे बच नहीं सकते ।