कल सोसल मीडिया में एक संदेश चला जिसके बाद से राजनैतिक गलियारों से लेकर आम जन मानस के बीच बड़ी चर्चा जोर पकड़ रही है, मैहर में सोसल मीडिया में बहुचर्चित खबर जोर पकड़ रही है खबर में लिखा गया कि मैहर में नारायण त्रिपाठी जो भाजपा से विधायक है और वे बगावती तेवर के लिए चर्चा में बने रहते है, इसके बाद लिखा है कि मैहर से भाजपा जिताऊ चेहरे की तलाश में है और लिखा कि कुछ दिनों पहले संघ के एक बड़े नेता का मैहर आगमन हुआ जिनके पास ओबीसी से दो बड़े चेहरे व सामान्य से एक बड़ा चेहरा धीरज पाण्डे को तबज्जो दी गई थी। यदि इस खबर को पुष्ठ माना जाय तो मतलब साफ है कि अब भजपा में जोर आजमाइश कर रहे नेताओ को भाजपा जिताऊ चहरे के रूप में देख ही नही रही है, और यह गंभीर विषय है जिस पर जनता के बीच चर्चा भी है और कौतूहल भी है।
कांग्रेस में 15 महीने की सरकार की शक्तियों का आंनद उठाने के बाद और मैहर में किसी नेता से व्यक्तिगत द्वेष में विजय हांसिल करने की नीयत से भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्रीकांत चतुर्वेदी जी निरंतर भजपा में 45 महीनों से निरंतर एक ख्वाब संजोय मेहनत रत है कि एक बार मैहर का विधायक बनना है मैहर में अधिकारियों को अपने प्रभाव में रखाना है श्रीकांत जी रात को रात दिन को दिन देखे बिना लगातार दौड़ रहे है कमान सिर्फ एक मैहर का विधायक बनना है वो भी भजपा से और सोर भी यही है कि मैहर से श्रीकांत जी की टिकट फाइनल है, हालांकि भजपा की सदस्यता लेने के बाद श्रीकांत जी ने एक प्रेस वार्ता में कहा था वे सन्यास ले रहे उन्हें किसी पद का लालच नही है वे जनता की सेवा करते रहेंगे, और वास्तविकता भी यही है कि श्रीकांत जी जनता की सेवा कर भी रहे भले ही वे गुस्से में ही करे
दूसरी तरफ श्रीकांत जी के सरपस्ति में फला फुला मैहर का सबसे बड़ा ठग धीरज पाण्डेय जिसे हर कदम पर संरक्षण देने का काम मैहर से कभी श्रीकांत ने तो कभी विधायक ने तो कभी सांसद ने सभी समय समय पर इसके कृत्यों पर पर्दा डाला और इसके कारनामो के दंड से इसे बचाते रहे है, लेकिन ये तमाम नेता सायद ये भूल जाते है कि धीरज पाण्डेय एक ऐसा व्यक्तित्व जिसके लिए ये कहावत चरितार्थ होती है कि ऐसा कोई सगा नही जिसको इसने ठगा नही, धीरज पाण्डेय जिसका पूरा जीवन अवैद्ध गतिविधियों झूँठ फरेब धोखाधड़ी बेमानी 420 से भरा पड़ा है धीरज पांडेय जिसने न जाने कितने धंधे किये आज महाभोग के नाम पर धर्म को ही धंधा बना बैठा जो माँ शारदा के दरबार मे किसी भी हद तक गिरके पैसा कमाने से नही चुकता जिसके तमाम किस्सों को मेरे द्वारा पूर्व में भी खूब उजागर किये गया है, और इसके हर कृत्य में बचाव में खड़े ये मैहर के प्रमुख चेहरे आज मैहर में जिताऊ चेहरे की सूची से भी बाहर है,
खबर में जिन दो चहरों को ओबीसी का बड़ा चेहरा बताया गया है उनमें से एक बड़ा भूमाफिया है, जिसका मुकाम जमीन की दलाली करते करते आज इस स्तर तक पहुंच गया है की भाजपा उस पर विधायक पद के लिए जिताऊ चेहरा मान कर दाव लगाने को तैयार है, तो ये और भी बड़े अचरज की बात है, दूसरी तरफ धीरज पाण्डेय के चरण स्पर्ष से उपजा धीरज पाण्डे का सेवक जो मानो अभी किसी ताजे वृक्ष की तरह अंकुरित होने का प्रयास कर रहा हो उसे संघ और भजपा ने ओबीसी का बड़ा जिताऊ चेहरा मान लिया जिसका अभी राजनीति में कोई आकार नही है वह इतनी बड़ी विधानसभा का जिताऊ चेहरा मान लिया गया है,भाजपा के इतने बुरे दिन आ गए है कि ऐसा तबज्जो की जनता को ताज्जुब हो
यदि सोसल मीडिया में वायरल ये खबर मैहर में भाजपा या संघ की मंशा के अनुरूप चलाई गई खबर सही है तो वास्तव में मैहर में भजपा में बड़ा चेहरा बनने की चाह में मेहनत कर रहे नेताओ के लिए गंभीर विषय है, दूसरी तरफ खबर में जिन तीन चहरो को प्रमुख बताने में कोई कसर नही छोड़ी गई ये चेहरे जिन्होंने ये खबर चलवाई या प्रायोजित खबर मानिये तो इसमें मैहर से एक बड़े चेहरे का अपमान किया गया जिनके दम पर भजपा मैहर में हारने के बाद भी सर्वाइव करती रही है मैहर से जीता हुआ और बहुआयामी प्रतिभा का धनी चेहरा मैहर से भाजपा के पूर्व विधयक मोतीलाल तिवारी जिनकी शाक पर आज भी अभी कोई बट्टा नही लगा पाया है