मामला मैहर की प्रजा और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच का है जहां लोगो के ज्ञापन और शिकायत पर प्रशासन गंभीरता नही दिखाता,अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट को लेकर सैकड़ों की तादात में युवाओं ने एसडीएम मैहर के नाम ज्ञापन सौंपा था लेकिन उस ज्ञापन पर ढाई माह बाद प्रशासन की प्रतिक्रिया हुई,ज्ञापन की मांगो पर अल्ट्राटेक उद्योग प्रबंधन से जवाब तलब किया गया लेकिन आज तक जवाब नही मिला,एक तरफ प्रशासन के नियंत्रण में पूरा उद्योग है वही दूसरी तरह उद्योग से जुड़ी जनहितैसी जानकारी मांगी जाती है तो प्रशासन लोगो के आरटीआई आवेदन को निरस्त कर देता है लेकिन किस धारा के अंदर आवेदन निरस्त किया जाता है यह जानकारी आज तक आवेदनकर्ता को नही बताई गई,लोगो का कहना है भले प्रशासन में बैठे लोग पूरे दम खम के साथ उद्योग के अप्रत्यक्ष सहयोगी बने रहे लेकिन जायज और जन हितैसी मुद्दो को लेकर आवाज उठाई जायेगी और अगर लोगो की मांगे गलत है तो कोई प्रशासनिक अधिकारी अपने पत्र के माध्यम से ज्ञापनकर्तायो को बताए ताकि लोग नियम पूर्वक अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट द्वारा फैलाई जा रही कुरीति कुव्यवस्था का विरोध कर सके,लोगो ने प्रजातांत्रिक संविधान में हाथ जोड़कर लोकसेवकों से सोसल मिडिया के जरिए आग्रह किया है ज्ञापन पर न्यायसंगत निर्णय करवाया जाए न कि किसी तरह से प्रशासन की तरफ से उद्योग का पक्ष रख लोगो की भावनाओं को आहत करें