मध्यप्रदेश कांग्रेस को पूर्व पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बयानबाजी को लेकर अपने ही पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा को कारण बताओ नोटिस दिया है। मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा की ओर से नोटिस जारी किया गया। पार्टी ने आलोक शर्मा के बयान को गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए दो दिन में जवाब मांगा है।
नोटिस में कहा गया है कि पार्टी के वरिष्ठ पद पर होने के बाद भी आपने न सिर्फ आधारहीन और भड़काऊ बयान दिए, बल्कि पार्टी और उसके वरिष्ठ नेताओं को कमतर दिखाने की कोशिश की. कांग्रेस पार्टी का सदस्य होने के चलते आपको मालूम है कि पार्टी अनुशासन पर जोर देती है और इसका पालन नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं. इसलिए आपके जरिए दिए गए बयान पर आपको दो दिनों के भीतर जवाब देने का मौका दिया जाता है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने एक यूट्यूब चैनल को इंटरव्यू में कहा था कि कमलनाथ के पिछले 5-6 वर्ष के कार्यकाल को देखकर लगता है कि वह खुद नहीं चाहते थे कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं को काम भी नहीं करने दिया। साथ ही यह भी कहा था कि उनके घर ईडी-सीबीआई क्यों नहीं पहुंचती है।