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हनुमना -सैकड़ो वर्षों से चालू आम रास्ते को कुछ सरहंगों द्वारा जबरन और पत्थर के पिलर से बाउंड्री कर बंद कर दिए जाने से जहां आम लोगों का महीने भर से आगमन अवरुद्ध है वहीं अब जबकि 26 अप्रैल को लोकसभा का मतदान होने जा रहा है यदि उक्त आम रास्ते को नहीं खोला गया तो दर्जनों लोगों के मतदान पर ग्रहण लग सकता है। उल्लेखनीय है कि हनुमना जनपद के ग्राम पंचायत गोंइड़ार के ग्राम कोन के दर्जनों मतदाताओं को गांव के ही कुछ सरहंगों द्वारा जिनमे रामबकश साकेत लाला सकेत गोरेलाल साकेत आदि शामिल है द्वारा कोन गांव की भूमि नंबर 114/ 2/2पर जबरन सैकड़ो वर्षों से चालू आम रास्ते को कटीले तारों एवं पत्थर की बाउंड्री लगाकर जहां कब्जा कर लिया गया है वही पीड़ित परिवारों द्वारा किसी भी प्रकार की कागजी कार्रवाई तक की सूचना लगने पर मारपीट पर आमादा होते हैं इतना ही नहीं पीड़ित वेदांती शुक्ला की माने तो हरिजन एक्ट लगवाने की धमकी भी देते हैं राम छबीले केवट बताते हैं कि उनके घर में आठ मतदाता है जिनमें वह स्वयं तथा उनकी पत्नी एवं तीन बेटे तीन बहुएं कोन गांव से गोंइड़ार स्थित मतदान केंद्र तकरीबन दो किलोमीटर पड़ता है दाएं बाएं रास्ते से यदि सक्षम व्यक्ति पैदल निकल भी लेते हैं लेकिन जो अक्षम है बुजुर्ग है मैं स्वयं 80वर्ष का पैदल कैसे चलूं वाहन आ नहीं सकता क्योंकि बाउंड्री लगा दी है इसी प्रकार से अन्य परिवारों में भी तमाम ऐसे लोग हैं जो 70,75 वर्ष की आयु पार कर चुके हैं और मतदान केंद्र पर मतदान नहीं कर सकेंगे कारण रास्ता अवरुद्ध है वाहन आ नहीं सकता देवेंद्र शुक्ला बताते हैं कि भगवती प्रसाद शुक्ला जिनकी उम्र 70 वर्ष है राम छबीले 80 वर्ष उनके पिताजी वेदांती त्रिपाठी 75 वर्ष जैसे अनेक वृद्ध किसी कीमत पर मतदान करने नहीं पहुंच पाएंगे कारण कोई साधन उनके घर तक नहीं जाएगा। 70वर्षीयसुख राजू केवट बताती है कि उपरोक्त गोरेलाल रामबकश तथा उनके भाई परिवार द्वारा सैकड़ो वर्षों से चालू यह आम रास्ता अचानक बंद कर देने से हम लोगों के घरों के बच्चे तक नहीं निकाल पाते स्कूल जाने में उन्हें काफी परेशानी होती है। ऊपर से अगर किसी कदर कोई उस रास्ते के दाएं बाएं से निकल गया तो मानो उसकी खैर नहीं इन सरहंगों द्वारा मां बहन बेटियों की भद्दी भद्दी गालियां दी जाती है।हरिजन एक्ट मे फंसाने की बात बात में धमकी से हम लोगों का जीवन दहसत में रहता है वेदांती शुक्ला बताते हैं कि इसकी शिकायत तहसील से लेकर कलेक्टर और कमिश्नर तक की लेकिन आदेश तो हुए पटवारी एवं पुलिस भी आई हुआ यह की रास्ता तो खोलना दूर उल्टे एक और विवाद खड़ा करके चले गए जमीन नंबर 111 में रास्ता दो फीट मैं लगे कटीले जार को हटाकर कहा यह रास्ता खुल गया आप लोग इसे आगे जावे उक्त भूमि स्वामी द्वारा यह कहने पर की यह यह मेरे पेट की जमीन है इसे ना खोला जाए तब पटवारी ने कहा कि आचार संहिता लगी है ज्यादा बात मत करना उल्टे जेल चले जाओगे और पटवारी के सामने ही भूमि स्वामी ने वह रास्ते को पुनः बंद करते हुए कहा कि या आम रास्ता नहीं है या मेरे पेट की जमीन है ऊपर से कलेक्टर तक को रिपोर्टिंग कर यह जानकारी दे दी गई की रास्ता खुल गया है बेवजह वेदांती प्रसाद शुक्ला या अन्य लोग इसकी शिकायत करते हैं इस कदर विवाद सुलझाने की बजाय शासन प्रशासन विवाद को और उलझ कर चलाया आए दिन लाठी डंडे की नौबत आ रही है यदि तत्काल वह रास्ता नहीं खुले गया तो जहां बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं वही कितने लोग मतदान से वंचित रह जाएंगे कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव तथा सपा मऊगंज वीरेंद्र जैन से गांव वालों ने गुहार लगाते हुए कहा है कि तत्काल आम रास्ता खुलवाया जाए अन्यथा हम लोग मतदान से वंचित रह जाएंगे।