हनुमना आज टेक्नोलॉजी के युग में हर व्यक्ति के हाथ में जहां एंड्रॉयड फोन है लैपटॉप है युटुब इंस्टाग्राम फेसबुक जहां लोगों के जीवन का अंत्य आवश्यक हिस्सा बन चुका है वही टेक्नोलॉजी के उपयोग में साइबर अपराधों के शिकार भी लोग इस कदर हो रहे हैं कि सुसाइड तक करने को मजबूर हो जा रहे हैं इससे बचने का एकमात्र सतर्कता ही है। उपरोक्त बातें स्थानीय शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में साइबर क्राइम एक्सपर्ट मोहित मिश्रा ने उपस्थित छात्राओं तथा अध्यापक अध्यापिकाओं को साइबर अपराधों पर अपने सर गर्वित व्याख्यान देते हुए कहानी उन्होंने कहा कि आज साइबर अपराध इतना बढ़ गया है कि लोग अपराधियों के जाल में इस कदर फास्ट हैं कि वह चाह कर भी उससे ऊपर नहीं पाते ना ही किसी से बताने की स्थिति में होते हैं स्थित यहां तक आ जाती है कि लोग सुसाइड तक करने को मजबूर हो जाते हैं विशेष कर आर्थिक तथा सेक्सुअल ब्लैकमेल के लोग शिकार हो रहे हैं साइबर अपराधियों को पुलिस भी पकड़ने में आज अक्षम है यहां तक की कितने पुलिस के लोग भी साइबर एस अपराधियों के चंगुल में फंस जाते हैं विशेष कर आर्थिक रूप से ब्लैकमेल करने के मामले में बैंक भी मदद नहीं कर पाते इसका सबसे बड़ा बचाव बैंक एप के जरिए ही लेनदेन करें तभी बैंक भी रिस्पांसिबल होगा। वीडियो कॉलिंग के जरिए न्यूड वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना जिसके शिकार अधिकांश युवा वर्ग हो रहे हैं वॉइस कॉपीराइट करके भी लोगों को ब्लैकमेल करने आदि जैसी अनेक बातें जहां बताई वहीं लिक के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बनाना फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से भी हो रहे लोगों के शिकार के अनेक तरीकों की जानकारी देते हुए कहा की जानकारी ही बचाव आज की डेट में है इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी संपत्ति दास गुप्त ने लोकल घटने वाली साइबर क्राइम के कई घटनाओं को उदाहरण देते हुए बताया कि लोकल स्तर पर भी इतने साइबर अपराधी बढ़ चुके हैं उन्होंने व्यक्तिगत ऐसी कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आज हर पांचवा व्यक्ति कहीं ना कहीं या तो शिकार हो चुका है या होने वाला है इसलिए ऐसी जानकारी हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य अमरनाथ तिवारी ने कहा कि साइबर अपराध के बारे में हर व्यक्ति को आज जानना आवश्यक है करण की हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल है विशेष कर युवा वर्ग और छोटे-छोटे बच्चे इसका शिकार हो रहे हैं.
: अनुपम अनूप