मध्य प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और इंदौर-5 से वर्तमान बीजेपी विधायक महेंद्र हार्डिया की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आती. ये हम नही बल्कि विधानसभा क्रमांक पांच में बने हालात कह रहे हैं. आलम ये है कि अब इस विधानसभा के बीजेपी कार्यकर्ता ही अपने नेता के खिलाफ आकर खड़े हो गए हैं. बीजेपी के कार्यकर्ता अब पार्टी फोरम के बजाए सड़क पर उतरकर विधायक के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.
इतना ही नही कार्यकर्ताओं ने विधायक के खिलाफ एक पत्र बीजेपी आलाकमान को लिखा जिस पर उन्होंने अपने खून से हस्ताक्षर किए हैं. इधर बीजेपी कार्यकर्ताओं की बगावत पर महेंद्र हार्डिया की मध्यम से ही मुस्कान का बड़ा अर्थ निकाला जा रहा है.
कांग्रेस ढूंढ रही मौका
इधर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस के नेता बीजेपी की अंतर्कलह को देखते हुए विधानसभा पांच में अपनी वापसी के सपने देख रहे हैं. कांग्रेस के सत्यनारायण पटेल और स्वप्निल कोठारी इस बार इस विधानसभा के चुनाव लड़ने के पूरे मूड में हैं. वहीं विधायक महेंद्र हार्डिया की महज 1100 वोट की मामूली बढत वाली जीत ने बाबा का रास्ता थोड़ा मुश्किल जरूर कर दिया है. लेकिन बाबा राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं. ऐसे में भविष्य में क्या होगा ये अभी बताना थोड़ा मुश्किल है.
बीजेपी का आक्रोश खुलकर आया सामने
इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 में विधायक महेंद्र हार्डिया व विधानसभा के वरिष्ठ नेताओं के प्रति बीजेपी का आक्रोश खुलकर सामने आया. जहां बीजेपी के विभिन्न प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, युवा संगठन के अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम क्षेत्रीय विधायक महेंद्र हार्डिया व अनेक नेताओं के खिलाफ पत्र लिखा है. जिसमें नाराज कार्यकर्ताओं ने विधायक व अन्य पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने खून से अंगूठे का निशान पत्र पर लगाया.
कार्य प्रणाली पर आक्रोश किया व्यक्त
बीजेपी के राजा कोठारी ने बताया कि उनके परिवार के लोग जनसंघ के समय से बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं और वह भी बीते कई सालों से भारतीय जनता पार्टी के लिए ईमानदारी से काम कर रहे है. उनके जैसे कई कार्यकर्ता हैं जो बूथ स्तर पर मेहनत करते हैं. लेकिन विधायक महेंद्र हार्डिया सहित विधानसभा क्षेत्र 5 के कई नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं की लंबे समय से अपेक्षा की जा रही है. कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं हो रही है.
पार्टी के आयोजनों की उन्हें जानकारी नहीं मिलती है. उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जा रहा है. ऐसे में नाराज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित प्रदेश अध्यक्ष व संगठन के कई नेताओं को अपने खून से अंगूठे का निशान लगाकर पत्र लिखा है और पार्टी के विधायक व अन्य नेताओं की इस कार्य प्रणाली पर आक्रोश व्यक्त किया है.
आमंत्रित करने का फैसला पार्टी फोरम से होता है
वहीं इस मामले में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के विधायक महेंद्र हार्डिया ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. कार्यकर्ताओं की नाराजगी के मामले में उन्होंने मुस्कुराते हुए सिर्फ ये कहा कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी अगर इस बात पर है कि उन्हें पार्टी के कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाता तो आमंत्रित करने का फैसला पार्टी फोरम से होता है. हार्डिया ने कहा कि मैंने आज तक किसी को आमंत्रित नहीं किया.