Ankita Murder Case: मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के रिजॉट पर बुलडोजर साक्ष्य मिटाने के लिए चलाया गया था क्या? बुलडोजर किसने मंगाया और किसने चलवाया, इस पर अब तक की पड़ताल में गुत्थी और उलझती नजर आ रही है और अधिकारियों के बार-बार बदलते बयान और भी ज्यादा संदेह पैदा कर रहे हैं.
Ankita Murder Case: उत्तराखंड की अंकिता मर्डर केस के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के वनंत्रा रिजॉर्ट पर रातों-रात बुलडोजर चलना और सिर्फ एक हिस्से को तोड़ा जाना, कई सवाल खड़े करता है. अब thekhabardaenews ने अपनी पड़ताल में पता लगाया कि बुलडोजर कहां से आया? किसने भेजा? किसने आदेश दिए? तो जिम्मेदारों के बयानों की खिचड़ी निकलकर आती है. यानी बयानों में विरोधाभास देखने को मिला.
सबसे पहले हमने पौड़ी SSP से फोन पर बात की और उनसे पूछा कि क्या आपके संज्ञान में था कि यहां बुलडोजर आने वाला है? या क्या कोई आदेश आपको मिले? इसके जवाब में एसएसपी ने कहा, ”ये तो मेरे क्षेत्राधिकार में नहीं आता, तो मुझे कोई जानकारी नहीं है.”
DM ने रिसीव किया कॉल
इसके बाद हमने जिले के जिलाधिकारी (DM) विजय कुमार जोगदंडे से बात करनी चाही. उन्हें दो दिनों तक कॉल किया, लेकिन डीएम ने कॉल रिसीव नहीं किया. हमने उन्हें वॉट्सएप पर मैसेज भी किया, लेकिन उन्होंने कभी कोई जवाब नहीं दिया.
इसके बाद हमने उस क्षेत्र के पीडब्ल्यूडी (PWD) के असिस्टेंट इंजीनियर (AE) अनुज कुमार से बात की. एई ने बताया कि उनके पास बुलडोजर को लेकर कोई लिखित या मौखिक आदेश नहीं आया था. उस रात 1.30 बजे क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ का फोन आता है और वह बुलडोजर को लेकर जानकारी लेती हैं.
अब जानिए आरती गौड़ क्या बोलीं?
इसके बाद हमने जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ को फोन किया और उनसे पूछा कि क्या आपने बुलडोजर मंगाया? तो आरती गौड़ ने बताया कि उनके पास रात को 12.05 मिनिट पर क्षेत्र से एक स्थानीय निवासी का कॉल आया था. उस शख्स ने आरती को बताया कि यहां एक बुलडोजर आया है और रिजॉर्ट को तोड़ा जा रहा है. जिसके बाद आरती ने रात को ही क्षेत्र के एसडीएम को मैसेज किया, लेकिन जब उनका कोई जवाब नहीं मिला.
‘विधायक जी का दबाव’
आरती ने बताया, इसके बाद मैंने PWD के एई सत्य प्रकाश को फोन कर जानना चाहा कि बुलडोजर किसने बुलवाया? जिसके जवाब में सत्य प्रकाश पहले कहते हैं कि एसडीएम ने मंगाया, फिर कहते हैं कि विधायक जी का दबाव है.
कॉफ्रेंस कॉल पर AE से हुई बात
अब हमने सत्य प्रकाश से बात करनी चाही, आरती ने कहा कि सत्य प्रकाश को कॉफ्रेंस कॉल कर रही हैं. इंजीनियर सत्य प्रकाश को फोन किया और उनसे इसी बारे में पूछा तो सत्य प्रकाश ने बयान को बार-बार बदला.
पहले कहा कि कौन-सा बुलडोजर, कौन-सा रिजॉर्ट, मुझे कुछ नहीं पता. फिर जिला पंचायत सदस्य के बार-बार पूछने पर कहा, आपने ही तो मंगाया था बुलडोजर. जिसके बाद आरती और सत्य प्रकाश में बहस हो जाती है और अगले ही दिन आरती गौड़ , सत्य प्रकाश की शिकायत पीडब्ल्यूडी चीफ से शिकायत करती हैं और उनके निलंबन की मांग करती हैं,
”मित्रों , मुझे उत्तराखंड thekhabardarnews न्यूज चैनल से कॉल आया कि वनंत्रा रिजॉर्ट को ध्वस्त करने के लिए आपने जेसीबी भेजी. ऐसी AE PWD से जानकारी मिली. मैंने उन्हें कहा, मेरे क्षेत्र में दो AE हैं. मैंने दोनों को कॉन्फ्रेंस में लेकर आपकी शंका दूर कर देती हूं. मैंने पहले AE अनुज चौहान को लाइन पर लिया तो उन्होंने बताया कि आपने जेसीबी भेजने को नहीं, बल्कि ये पता करने को फोन किया था कि जेसीबी किसने भेजी ? जबकि AE PWD सत्य प्रकाश ने इस बात को वास्तव में कहा है कि हां, मैंने आपके ही कहने पर मशीन भेजी. आपने कहा था मशीन भेजने को! अब मेरा ये मानना है कि आखिर AE PWD पर किसका दबाव है कि वो मेरा नाम लेने को मजबूर हो गया! मेरे AE सत्य प्रकाश से इस संदर्भ में कुछ सवाल हैं!
पहला यह कि मेरे क्षेत्र की इतनी सड़कें क्षतिग्रस्त हैं और मैंने अनगिनत बार आपको मशीन भेजकर उन सड़कों को ठीक कराने को बोला, आपने वो तो मेरे कहने पर मशीन कैसे भेज दी?
दूसरा क्या मैं तुम्हारे विभाग की चीफ हूं या जिला अधिकारी पौड़ी हूं या प्रदेश की मुख्यमंत्री हूं ? जो तुमने मेरे निर्देश का इतने गम्भीरता से पालन किया !
तीसरा यदि मैंने आपको मशीन भेजने को कहा होता तो मैं रात को आप ही के विभाग के दूसरे AE अनुज चौहान को रात को 12 बजे स्थानीय व्यक्ति से जेसीबी पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद कॉल करके ये क्यूं पूछती कि मशीन क्या आपके विभाग की है ? और रात को आपके ही द्वारा फोन पर बताए जाने के बाद एसडीएम यमकेश्वर को एसएमएस करके क्यूं पूछती कि मशीन आपने भिजवाई ??
चौथा अब मुझे स्पष्ट जवाब चाहिए कि सत्य प्रकाश तुम किसके दबाव में आकर इस संगीन अपराध में मेरा नाम घसीट रहे हो या तो ये स्पष्ट करो वरना मानहानि का केस भुगतने और सस्पेंड होने को तैयार रहो, क्योंकि आप मुझ पर झूठ आरोप लगा रहे हैं कि आप ने रिजॉर्ट को ध्वस्त करने के लिए मेरे कहने पर जेसीबी भेजी!
पांचवां क्या आपको आपके उच्च अधिकारियों द्वारा आपके इस गैरजिम्मेदाराना हरकत के लिए तत्काल निलंबित नहीं कर देना चाहिए कि आपने एक जिला पंचायत सदस्य के कहने पर उस रिजॉर्ट को ध्वस्त करने के लिए जेसीबी मशीन भेज दी, जहां अंकिता के मर्डर की पूरी कहानी लिखी गई!
CBI जांच की मांग
आरती आगे लिखती हैं, ”मैं जनता से पूछना चाहती हूं कि इस झूठे और गैर जिम्मेदार अधिकारी का निलंबन होना चाहिए या नहीं?? और अंत में जनता से अपील भी करना चाहती हूं मेरे खिलाफ कहीं पर भी कोई भ्रामक खबर सुनाई या दिखाई दे तो कृपया उस पर गौर ना करें, मैं जनता के प्रति बेहद संवेदनशील हूं, और जिम्मेदारी से हमेशा अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही हूं, मैं मां गंगा को साक्षी मानकर भरोसा दिलाना चाहती हूं कि इस जघन्य अपराध में शुरू से अंत तक पीड़ित परिवार के साथ थी हूं और रहूंगी. मेरी मंशा है दोषियों को फांसी मिले, और मुझ पर ये जो गंभीर आरोप AE PWD सत्य प्रकाश लगा रहा है, मैं उसके लिए सीबीआई जांच की मांग कर रही हूं. रिजॉर्ट में मेरे कहने पर जेसीबी गई होगी तो अंकिता के अपराधियों से पहले मुझे फांसी की सजा दे दी जाए, और यदि AE PWD सत्य प्रकाश लगा रहा है, मैं उसके लिए सीबीआई जांच की मांग कर रही हूं. रिजॉर्ट में मेरे कहने पर जेसीबी गई होगी तो अंकिता के अपराधियों से पहले मुझे फांसी की सजा दे दी जाए, और यदि AE PWD सत्य प्रकाश का आरोप गलत निकले तो इस पर मानहानि का मुकदमा हो और नौकरी से इसकी तत्काल बर्खास्तगी हो!! हालांकि आप हालांकि आप सब बेफिक्र रहें, सत्य प्रकाश के मुझ पर लगाए गए झूठे आरोप का दूध का दूध और पानी का पानी करके जल्दी सच का खुलासा आप सबके सामने करूंगी!!”
तहसील प्रशासन ने चलवाया बुलडोजर: डीएम
अब आज पौड़ी डीएम का बयान आता है कि बुलडोजर तहसील प्रशासन ने चलवाया. लेकिन कुछ दिन पहले ही इन्ही डीएम ने एसडीएम को आदेश दिए थे कि वो 7 दिनों के अंदर ये जांच करके रिपोर्ट सौंपे कि बुलडोजर की कार्रवाई किसने कारवाई? लेकिन आज डीएम कह रहे हैं कि तहसील प्रशासन ने ये करवाई है.
फिर जांच के आदेश क्यों?
अब सवाल ये उठता है कि जब डीएम को पता था कि तहसील प्रशासन ने ये कार्रवाई करवाई है, तो उन्होंने पहले जांच के आदेश क्यों दिए? लोगों का कहना है कि डीएम किसके दबाव में बयान बदल रहे हैं?
AE को सस्पेंड करने की मांग
वहीं, आरती गौड़ का कहना है कि एई सत्य प्रकाश को इस गैर-जिम्मेदाराना हरकत के लिए तत्काल निलंबित कर देना चाहिए कि एक जिला पंचायत सदस्य के कहने पर उस रिजॉर्ट को ध्वस्त करने के लिए जेसीबी मशीन भेज दी, जहां अंकिता के मर्डर की पूरी कहानी लिखी गई!
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर स्थित गंगा भोगपुर में वनंतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट 19 साल की अंकिता का शव शनिवार यानी 24 सितंबर को ऋषिकेश के नजदीक चिल्ला नहर से बरामद किया गया था.
पुलिस ने इस मामले में एक दिन पहले ही (23 सितंबर) को तीन आरोपियों-रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार आरोपियों ने उसे नहर में धकेलकर हत्या करने की बात स्वीकार की थी. साथ रातों रात बुलडोजर चलाकर रिजॉर्ट का कुछ हिस्सा तोड़ दिया गया था. कहा जा रहा है कि इस कार्रवाई में रिजॉर्ट के गेट समेत सिर्फ अंकिता के कमरे को तोड़ा गया. हालांकि, बुलडोजर किसने चलवाया? इसकी जिम्मेदारी लेने कोई तैयार नहीं है.
सत्य प्रकाश से इस संदर्भ में कुछ सवाल हैं!