देश-प्रदेश की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की बढ़ती बीमारी को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा 30 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग एवं परीक्षण के निर्देश दिए गए है। CMHO डॉ. बीएल मिश्रा ने बताया कि स्तन कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर की बीमारी महिलाओं मे सबसे ज्यादा जानलेवा साबित हो रही है।
प्रति एक लाख में 15-25 महिलाएं गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। चिकित्सकों का दावा है कि समय पर स्क्रीनिंग हो जाने पर खतरे से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज से लेकर जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं संजीवनी क्लीनिक में सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के कैंप लगाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य परीक्षण विशेषज्ञों द्वारा
CMHO ने बताया कि समस्त स्वास्थ्य केंद्रों में प्रतिदिन ओपीडी में आने वाली संभावित महिलाओं का सर्वाइकल कैंसर स्क्रीन करने की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक बुधवार को विशेष शिविर लगाकर 30 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है। कहा कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रतहरा में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शैलजा सोनी को जिम्मेदारी सौंपी है।
30 से 65 वर्ष की महिलाओं की कैंसर स्क्रीनिंग
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खेरी में डॉ. प्रियंका और शहरी पीएचसी बोदाबाग में डॉ. अर्चना पाण्डेय द्वारा 30 से 65 वर्ष की आयु की महिलाओं की कैंसर स्क्रीनिंग व्हीआईए विधि द्वारा की जा रही है। संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाकर जांच कराई जा रही है।
तीन जगहों पर प्रतिनिध जांच
यह जांच संजय गाधी हास्पिटल स्त्री रोग विभाग, जिला अस्पताल बिछिया व सिविल अस्पताल मऊगंज में प्रतिदिन होगी। उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर जानलेवा बीमारी है। जिले की 30 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाएं प्रत्येक बुधवार को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचकर विषय विशेषज्ञों द्वारा अपनी जांच कराएं, जिससे जानलेवा बीमारी से होने वाले खतरे से आपको सुरक्षित रखा जा सके।