Home जुर्म भारत में ISIS का अल-सुफा मॉड्यूल:डॉक्टर भर्ती करता था, इंजीनियर फाइनेंसर; पड़ोसी बोले- बगल में आतंकी, पर पता नहीं चला

भारत में ISIS का अल-सुफा मॉड्यूल:डॉक्टर भर्ती करता था, इंजीनियर फाइनेंसर; पड़ोसी बोले- बगल में आतंकी, पर पता नहीं चला

0
भारत में ISIS का अल-सुफा मॉड्यूल:डॉक्टर भर्ती करता था, इंजीनियर फाइनेंसर; पड़ोसी बोले- बगल में आतंकी, पर पता नहीं चला

43 साल के अदनान को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी, यानी NIA ने 27 जुलाई 2023 को अरेस्ट किया था। डॉ. अदनान पुणे के एक बड़े हॉस्पिटल में 16 साल से कंसल्टिंग एनेस्थीसियोलॉजिस्ट था। पुणे के सरकारी मेडिकल कॉलेज से MBBS और MD की डिग्री ली और इंग्लिश, हिंदी, मराठी, उर्दू, जर्मन भाषा का जानकार है।

अदनान की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों को दो बातें पता चलीं, पहला कि कोंडवा में ISIS अपनी जगह बना रहा है, दूसरा अदनान जैसे पढ़े-लिखे और मशहूर लोग भी उसके मोहरे बन गए हैं। अदनान और उसके 5 साथी ISIS के अल-सुफा मॉड्यूल से जुड़े हैं।

अल-सुफा सीरिया में एक जगह है, जो ISIS का आखिरी गढ़ थी। ये ISIS का नया मॉड्यूल है, जिसका भारत में पहला केस मिला है।

अदनान तक सुरक्षा एजेंसियां मोहम्मद इमरान, मोहम्मद यूनुस सकी और मोहम्मद शाहनवाज नाम के तीन लड़कों के जरिए पहुंची थीं। ये लोग कौन थे, क्या करते थे और क्या करना चाहते थे, ये जानने भास्कर इन सभी के घर पहुंचा। आसपास के लोगों और पुलिस अधिकारियों से बात की। पढ़िए ये रिपोर्ट…

बाइक चुराते पकड़े गए थे इमरान, यूनुस और मोहम्मद शाहनवाज…
18 जुलाई की देर रात करीब 2.45 बजे कोथरुड पुलिस स्टेशन में पोस्टेड कॉन्स्टेबल प्रदीप चव्हाण और अमोल नाजन पेट्रोलिंग पर थे। उन्होंने देखा कि तीन लोग सड़क किनारे खड़ी एक बाइक का लॉक तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदीप ने आवाज लगाई तो तीनों भागने लगे। प्रदीप और अमोल ने दौड़कर तीनों को पकड़ लिया।

NIA ने कहा- गिरफ्तार आतंकी ISIS का महाराष्ट्र मॉड्यूल बनाना चाहते थे
NIA ने कोर्ट में दी रिमांड एप्लिकेशन में कहा कि आरोपियों ने ISIS की आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश रची थी। ये देश में ISIS का महाराष्ट्र मॉड्यूल तैयार कर रहे थे। NIA ने कहा कि हम इस मॉड्यूल की और जांच करना चाहते हैं, इसलिए डॉ. अदनान समेत सभी आरोपियों को 23 अगस्त तक कस्टडी में रखा है।

डॉ. अदनान ने पुणे के प्रतिष्ठित बीजे मेडिकल कॉलेज से 2001 में MBBS और 2006 में MD in anaesthesia किया था। कई मेडिकल जर्नल्स में उसके रिसर्च पेपर पब्लिश हुए हैं। NIA इन रिसर्च पेपर्स की भी जांच कर रही है।

कोंडवा के फ्लैट में ली IED बनाने की ट्रेनिंग
NIA के एक अधिकारी ने बताया कि आकिफ अतीक नाचन ने IED बनाने में इस्तेमाल होने वाला सामान खरीदा था। वो इमरान और यूनुस के कोंडवा वाले फ्लैट में कई दिन रहा और उन्हें ट्रेनिंग देता था। उसने 2022 में बम बनाने की ट्रेनिंग दी थी। इसमें डेमो IED भी बनाकर दिखाई गई।

अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के अलावा इस ट्रेनिंग में कुछ और लोग शामिल हुए थे। उनकी तलाश जारी है। ये सभी ISIS के इशारे पर काम कर रहे थे।

पुलिस ने गश्त बढ़ाई, किराएदारों के रिकॉर्ड चेक कर रही
आतंकवाद के शक में 6 लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस क्या कर रही है, ये जानने हम कोंडवा पुलिस स्टेशन पहुंचे। मामला NIA के पास होने की बात कहकर स्टेशन इंचार्ज ने कैमरे के सामने बात नहीं की। बताया कि हमने गश्त बढ़ा दी है। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की कैपेसिटी डबल कर दी है। किराए पर रह रहे सभी लोगों का रिकॉर्ड चेक कर रहे हैं।

ड्रोन के जरिए एरियल ब्लास्ट करना चाहते थे आतंकी…
महाराष्ट्र ATS के एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आतंकियों से 500 GB मेमोरी वाली पेन ड्राइव मिली है। इनका डिलीट डेटा रिकवर कर रहे हैं। पूछताछ में पता चला है कि उन्हें अटैक के अलग-अलग तरीकों की ट्रेनिंग दी गई थी। बम ब्लास्ट का ट्रायल पुणे, कोल्हापुर और सतारा के जंगलों में किया गया था। जंगल में ये टेंट में रहते थे। ये ड्रोन के जरिए एरियल ब्लास्ट की टेक्नीक सीख रहे थे।

अधिकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में से एक मोहम्मद इमरान ग्राफिक्स डिजाइनर है। NIA ने उस पर 5 लाख का इनाम रखा था। ये केस राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में दर्ज है। इमरान और उसके दोनों साथियों के खिलाफ कोथरुड पुलिस स्टेशन में चोरी, जालसाजी, इंडियन आर्म्स एक्ट और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। बाद में सभी पर UAPA के तहत केस दर्ज किया गया।

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों से बरामद सामान और उनकी ट्रेनिंग बताती है कि ये जल्द ही बड़ा हमला करने की फिराक में थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

error: Content is protected !!
Exit mobile version