जबलपुर के संजीवनी नगर की भूकंप कॉलोनी एलआईजी में रहने वाले एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। इस हादसे से व्यथित आरती (पत्नी) ने भी शनिवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। महिला के परिजनों ने जैसे ही उसे फांसी पर लटकते देखा तो उसे फंदे से छुड़ाकर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन इलाज के दौरान रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में माहौल गमगीन बना हुआ है।
धनवंतरी नगर चौकी प्रभारी सतीश झरिया के मुताबिक, एलआईजी निवासी यमन मेहरा (26) कथित तौर पर प्राइवेट कंपनी में काम करता था। नौ महीने पहले उन्होंने आरती मेहरा (उम्र 24) से शादी की। शादी करने के बाद, यमन अपनी पत्नी, मां शशि और भाई नमन के साथ रहने के लिए घर वापस चला गया।
ये अभी ज्ञात नहीं हो पारा है की आखिर क्यों यमन ने 26 अप्रैल को अपनी गर्दन के चारों ओर एक फंदा बांधकर खुद को उसमें लटका लिया और अपनी जान देदी। पुलिस भी कारण निर्धारित करने में असमर्थ थी। जब पति यमन ने इस घटना को अंजाम दिया तो पत्नी आरती वहां मौजूद नहीं थी। परिजनों ने बताया कि पति के गुजर जाने पर आरती सदमे में थी। और इसी सदमे के चलते शनिवार को आरती ने भी गले में फंदा लगाकर फांसी लगा ली।
आरती को तुर्रंत अस्पताल पहुंचाया गया
जैसे ही आरती ने खुदको मौत देने के इरादे से फांसी लगाई , वैसे ही उसकी सास शशि ने ये देखा। और उसके झूलने की तुरंत बाद ही भाग कर वहां पहुंची। साथ में ननद प्रीती भी मदद करने भाग कर पहुंची। दोनों ने मदद के लिए चिल्लाया। आसपास व घर के सभी लोग भी भाग कर वहां पहुंच गए। और सभी लोगो की मदद से आरती को तुरंत फंदे से छुड़ाया गया और अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उसका इलाज शुरू किया गया, लेकिन इलाज के दौरान आरती की रविवार को दुखद मौत हो गई।
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