10 लाख से ज्यादा ट्वीट्स की जांच में पाया गया कि ईरानी ट्रोल्स ने हिंदुओं पर भारत में मुस्लिमों के नरसंहार का आरोप लगाने की कोशिश में हिंदू विरोधी विचारधारा को प्रमोट किया।विदेश में हिंदुओं के खिलाफ भेदभाव थम नहीं रहा है। अमेरिका में तो पिछले कुछ सालों में हिंदू धर्म और हिंदुओं के खिलाफ नफरत कुछ ज्यादा ही फैल रही है। इसके लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से छांटने के बाद 2022 में हुए ट्वीट के मुताबिक, अमेरिका में एक साल में सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म, मान्यता और रीति-रिवाज के खिलाफ 40% ट्वीट बढ़े।
नफरत फैलाने के पीछे आतंकी संगठनों का हाथ
हिंदू एक्शन के कार्यकारी निदेशक उत्सव चक्रवर्ती कहते हैं कि सोशल मीडिया पर हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने के पीछे आतंकी संगठनों का हाथ है। ये आतंकी संगठन भारत और हिंदू विरोधी हैं। इसमें एसबी 403 नाम का सोशल मीडिया हैंडल भी सक्रिय है।
रुतगर्स यूनिवर्सिटी में की गई एक स्टडी से ऑनलाइन हिंदू विरोधी निशानों की पहचान की गई। इससे पता चला कि हिंदुओं के पवित्र प्रतीकों, प्रथाओं को जानबूझकर और गलत तरीके से बदनाम किया जा रहा है। भगवा रंग, स्वास्तिक, तिलक या बिंदी सहित अन्य प्रतीकों को अपमानजनक रूप में इस्तेमाल किया जाता है।ऑनलाइन नफरत फैलाने पर स्टडी
नेटवर्क कॉन्टैगियन रिसर्च इंस्टीट्यूट (NCRI) ने टेलीग्राम, टिकटॉक और गैब समेत अन्य सोशल मीडिया में हिंदुओं के प्रति अपमानजनक पोस्ट में बढ़ोतरी का पता लगाया है। हिंदू विरोधी मीम्स, हैशटैग और नारे ट्विटर पर बढ़ रहे हैं।
- 10 लाख से ज्यादा ट्वीट्स की जांच में पाया गया कि ईरानी ट्रोल्स ने हिंदुओं पर भारत में मुस्लिमों के नरसंहार का आरोप लगाने की कोशिश में हिंदू विरोधी विचारधारा को प्रमोट किया।
- 2022 में ट्विटर पर हैशटैग के साथ हिंदुओं के खिलाफ नफरत पैदा की गई।
- ‘पजीत’ शब्द हिंदुओं के खिलाफ जातीय गाली के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- टिकटॉक पर ‘पजीत’ वीडियो को 29 लाख बार देखा गया है।
अमेरिका में 33 लाख से ज्यादा हिंदू
अमेरिका में 33 लाख से ज्यादा हिंदू हैं। लगभग 90% अमेरिकी हिंदू अप्रवासी और अप्रवासियों के बच्चे हैं। अन्य 10% अपना धर्म छोड़कर हिंदू बने हैं। वहां के विकास में हिंदुओं का योगदान अन्य किसी भी समुदाय से कहीं ज्यादा है, जो कुल आबादी का केवल 1% है।
हिंदुओं में जाति को लेकर गलत धारणाएं
अमेरिका में हिंदू इंटरपर्सनल रिलेशनशिप में विश्वास करते हैं। इसके बावजूद सवाल उठता है कि उनके खिलाफ नफरत की साजिश क्यों हो रही है? इस बारे में कास्ट फाइल्स की ऋचा गौतम कहती हैं कि हिंदुओं में जाति को लेकर गलत धारणाएं हैं। ऋचा अपने संगठन कास्ट फाइल्स के जरिए हिंदुओं के साथ ही अन्य समुदायों के प्रति समझ और सम्मान के माहौल को बढ़ावा देने पर जोर देती हैं।
उन्होंने नफरत के खिलाफ कास्टकॉन कार्यक्रम किया। इसमें 300 से ज्यादा लोग शामिल हुए। अन्य सैकड़ों लोग ऑनलाइन इस कार्यक्रम से जुड़े।