मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक सोमवार देर शाम से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने वाली है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के ऊपरी हिस्सों में ताजा बर्फबारी होगी। मैदानी इलाकों समेत उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान किया जा रहा है…
सूर्य के उत्तरायण होते-होते एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने का माहौल बन गया है। सोमवार की रात से सक्रिय होने वाले इस विक्षोभ के चलते न सिर्फ उत्तर भारत के कुछ राज्यों में बारिश की संभावनाएं बनी हैं, बल्कि पहाड़ी इलाकों पर ताजा बर्फबारी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक सोमवार रात से लेकर गुरुवार तक मैदानी इलाकों में जबरदस्त ठंड और गलन पड़ सकती है। जबकि इन्हीं इलाकों में अभी भी लगातार कोहरा बढ़ता जाएगा। वहीं बढ़े हुए कोहरे के चलते सोमवार को भी देश की राजधानी दिल्ली के हवाई अड्डे पर यातायात व्यवस्था चरमराई रही। दोपहर 12 बजे तक कई उड़ानों को अलग-अलग एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया, जबकि 100 से ज्यादा उड़ानें एक बार फिर से देरी से उड़ीं।
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक सोमवार देर शाम से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने वाली है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के ऊपरी हिस्सों में ताजा बर्फबारी होगी। मैदानी इलाकों समेत उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान किया जा रहा है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि विक्षोभ के चलते उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों समेत मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। मंगलवार से लेकर गुरुवार तक अलग-अलग हिस्सों में बारिश का अनुमान है। बारिश के चलते कुछ इलाकों में तापमान में अंतर देखा जा सकता है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. दीपांशु यादव कहते हैं कि कुछ इलाकों में ताजा बर्फबारी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। सात हजार फीट से लेकर नौ हजार फीट पर ताजा बर्फबारी हो सकती है। अनुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों के भीतर बदले मौसम के चलते तकरीबन 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं मैदानी इलाकों में गलन बढ़ा सकती हैं। इसी वजह से मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार रात से लेकर गुरुवार दोपहर तक पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के मैदान इलाको समेत चंडीगढ़ राजस्थान और मध्यप्रदेश के हिस्सों में न्यूनतम से लेकर अधिकतम पारे के गिरने का अनुमान बना हुआ है। अभी उत्तर भारत के कुछ इलाकों में तीन डिग्री से लेकर सात डिग्री सेल्सियस का तापमान बना हुआ है। अनुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों में इसी तरह का तापमान बना रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते कुछ मैदानी इलाकों में दिन और रात के कोहरे की समय सीमा में बदलाव हो सकता है। विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले तीन दिनों के भीतर दिन के वक्त तो उतना कोहरा नहीं होगा। लेकिन सुबह और रातों में यह कोहरा बढ़ेगा। इसमें पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत बिहार के कुछ हिस्सों में कोहरे का यह ट्रेंड देखा जा सकता है। मौसम विभाग में राष्ट्रीय राजमार्ग संचालन से जुड़ी सरकारी एजेंसियों से कोहरे के इस ट्रेंड को लेकर जानकारियां साझा की हैं। ताकि राजमार्गों और एक्सप्रेस वे पर चलने वाले वाहनों को लेकर एडवाइजरी जारी की जा सके।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले तीन दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और पंजाब हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर का प्रकोप बढ़ सकता है। विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक शीत लहर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के इलाकों में लगातार बढ़ेगी। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ सुरेंद्र पाल कहते हैं कि फिलहाल अगले एक हफ्ते तक मौसम में कोई खास बदलाव का अनुमान नहीं लग रहा। वह कहते हैं कि अगले सोमवार के बाद उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में दिन के दौरान और सुबह के वक्त कोहरे में कमी दर्ज हो सकती है।
वहीं सोमवार को भी बदले मौसम के चलते दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ानों का संचालन प्रभावित रहा। जानकारी के मुताबिक दोपहर दो बजे तक हवाई अड्डे से तकरीबन 19 जहाजो का डायवर्जन किया गया। जबकि सबसे ज्यादा उड़ाने दोपहर बारह बजे तक लेट हो चुकी थी। एयरपोर्ट अथॉरिटी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बदहाल मौसम के चलते सोमवार रात तक भी उड़ानों का संचालन व्यवस्थित होने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही थी।
: सचिन तिवारी
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