मध्य प्रदेश के विदिशा रेलवे स्टेशन पर बदलाव की बयार बह रही है। अमृत भारत योजना के अंतर्गत करीब 18.6 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन का कायाकल्प अंतिम चरण में है। यह स्टेशन अब किसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज़ पर नज़र आएगा, जहां यात्रियों को वीआईपी वेटिंग हॉल से लेकर हाई-क्लास टिकट बुकिंग ऑफिस तक की सुविधा मिलने वाली है। स्थानीय सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को स्टेशन के निरीक्षण के लिए पत्र भेजा गया है। उनके निरीक्षण के बाद, इस आधुनिक स्टेशन का लोकार्पण तय होगा। चर्चाएं यह भी हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इसका उद्घाटन कर सकते हैं, जो विदिशा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर एक से चार तक यात्रियों की सुविधा के लिए हर व्यवस्था को नए सिरे से तैयार किया गया है। वर्षों पुरानी व्यवस्थाएं अब इतिहास बनने जा रही हैं। स्टेशन का मुख्य द्वार लगभग तैयार है और एक से डेढ़ महीने में इसे यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। तीन स्तर के शानदार वीआईपी वेटिंग हॉल, इमरजेंसी गेट, टीटीई लॉबी, पार्सल रूम, और नए टिकट बुकिंग ऑफिस जैसे निर्माण यात्रियों को एक नया अनुभव देंगे। स्टेशन पर आने वाले वाहनों के लिए अलग पार्किंग व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे ट्रैफिक की समस्या भी हल होगी।
रेलवे उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य कमलेश सेन ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर निरीक्षण और लोकार्पण तिथि तय करने की मांग की है। उनका मानना है कि इससे जल्द यात्रियों को सभी आधुनिक सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। विदिशा रेलवे स्टेशन पर हर दिन करीब 12 हजार यात्री पहुंचते हैं और यहां 100 से अधिक ट्रेनों का स्टॉपेज है। ऐसे में यह नवीनीकरण न केवल सुविधा बल्कि सम्मान का प्रतीक भी बनेगा। लेकिन जहां एक ओर भवन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, वहीं फुट ओवरब्रिज और एस्केलेटर जैसे कुछ कार्य अभी अधूरे हैं।
स्टेशन के उद्घाटन को लेकर राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। विदिशा जैसे ऐतिहासिक शहर में यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अत्याधुनिक स्टेशन का लोकार्पण करते हैं, तो यह न केवल रेलवे के आधुनिकीकरण की मिसाल बनेगा, बल्कि ‘अमृत भारत योजना’ के ज़मीनी परिणाम भी दिखाएगा।