अरणि मंथन कर वैदिक मंत्रों से प्रकट अग्नि को भट्टियों में कराया वास, भंडार गृह में शुद्धता, सात्विकता और पवित्रता के साथ तैयार होगी भोजन प्रसादी
विदिशा जिले के गंजबासौदा में वेत्रवती घाट स्थित नौलखी आश्रम पर आयोजित होने जा रहे विराट प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रारंभ होने में मात्र दो दिन शेष रह गए हैं लेकिन तीर्थ क्षेत्रों से साधु संतों की जमात अभी से आश्रम पर पहुंचना प्रारंभ हो गई है। आश्रम के समीप बनाए गए भंडारगृह में रविवार को महंत राममनोहर दास महाराज, उप यज्ञाचार्य पंडित केशव शास्त्री सहित अन्य ब्राह्मणों ने वैदिक मित्रों के बीच अरणी मंथन के जरिए अग्नि प्रकट कर उस अग्नि को भोजन बनाने वाली बड़ी-बड़ी भट्टियों में वास कराया। भट्ठियों में अग्नि के पहुंचते ही आज से ही उन पर भोजन बनना भी प्रारंभ हो गया है। यज्ञ में शामिल होने पहुंच रहे साधु-संतों, यजमानों, ब्राह्मणों के अलावा यज्ञ की पूर्णाहुति पर 1 लाख श्रद्धालुओं के भंडारे का निर्माण इन भट्ठियों पर पूरी सात्विकता,पवित्रता और शुद्धता का ध्यान रखते हुए हलवाइयों द्वारा तैयार किया जाएगा। रविवार को आश्रम पर राम मनोहरदास महाराज द्वारा पत्रकारों से चर्चा करते हुए यज्ञ की विभिन्न व्यवस्थाओं की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। इस मौके पर पत्रकारों का श्रीमहंत द्वारा सम्मान किया गया। मालूम हो कि नौलखी आश्रम पर 10 दिवसीय विराट धार्मिक महोत्सव का शुभारंभ 10 अप्रैल को भव्य कलश यात्रा से प्रारंभ होने जा रहा है। यह कलश यात्रा स्टेशन रोड़ स्थित नौलखी मंदिर से प्रातः 8 बजे प्रारंभ होगी जिसमें प्राण प्रतिष्ठित होने वाली देव प्रतिमाओं सहित संतों की शोभायात्रा शामिल रहेगी। शोभायात्रा में 2100 से अधिक मंगल कलश लेकर महिलाएं शामिल होंगी।
वृंदावन के पंडित भंडारगृह में प्रतिदिन करेंगे मां अन्नपूर्णा स्रोत का पाठ
यज्ञ में मां अन्नपूर्णा की रिद्धि और सिद्धि के लिए वृंदावन से आ रहे साथ पंडितों के द्वारा प्रतिदिन 10 दिन तक अखंड रूप से भंडारगृह में मां अन्नपूर्णा स्तोत्र का पाठ किया जाएगा। भंडारगृह के प्रभारी संत बृजमोहन दास रामायणी ने बताया कि सात्विकता, शुद्धता और पवित्रता के साथ प्रसादी तैयार हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वृंदावन से आ रहे आचार्य पंडित जगदीश शास्त्री सहित सात ब्राह्मणों की टीम भंडार गृह में मां अन्नपूर्णा को मानने और उनकी कृपा के लिए अखंड रूप से प्रतिदिन अन्नपूर्णा स्तोत्र का पाठ करेंगे ताकि भंडारे में अन्न कि कहीं कोई कमी ना रहे और यज्ञ के दर्शन के लिए आने वाले हर श्रद्धालु को भरपूर प्रसादी मिले।
यज्ञ के लिए तीर्थ क्षेत्रों से साधु संतों की जमातें आना प्रारंभ
महायज्ञ की शोभा बढ़ाने के लिए विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों से तपस्वी साधु संतों की जमातें आश्रम पर पहुँचना प्रारंभ हो गई हैं। इन जमातों ने अभी आश्रम के ही एक छोर पर बने विजय हनुमान मंदिर पर डेरा जमाया है जहां यह साधु भरी दोपहरी में धूना तपते हुए श्रद्धालुओं के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन गए हैं। यज्ञ के दौरान साधुओं की इन जमातों की संख्या बढ़ जाएगी जिससे आयोजन स्थल तपस्वी साधुओं की तपस्या से कुंभ के रूप में दिखाई देगा। विदिशा से आशीष सहेले की रिपोर्ट