चाक सोहागी परिवहन चेकपोस्ट में कटर तैनात,, जिसके नेतृत्व में होती है जबरदस्त वसूली
रीवा – प्रदेश के रीवा जिले में VVIP, आयोजनों में खर्च होने वाली राशि की भरपाई के लिए परिवहन विभाग ने चेकपोस्ट एवं परिवहन उड़नदस्ता ठेके पर दे दिया है, जिस सरकारी सिस्टम में सरकारी मोहकमों में तैनात कर्मचारी अब डुयूटी करने की जगह बड़े पैमाने की ठेकेदारी कर रहे हैं उसका परिणाम यह हुआ कि परिवहन विभाग के सिपाही, मुंशी जो ठेकेदार तैनात हुए हैं अब उनके सामने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन , मध्य प्रदेश की प्रमुख जांच एजेंसी भींगी बिल्ली बन गई है,, अगर ये ठेकेदार ख़फ़ा हुए तो महीने में मिलने वाली मोटी रकम रकम बंद हो जायेगी, इस भय से पूरा आला अधिकारियों का अमला आंख बंद करके बैठ गया है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जन सेवा अभियान चला रहे हैं,, अब तो इस अभियान का नाम बदल कर अवैध वसूली अभियान कर देना चाहिए,,हालांकि परिवहन एवं राजस्व विभाग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काबू में नहीं है ,, सिंधिया कृप्रा पात्र के आधीन दोनों विभाग होने के असहाय महसूस कर रहे। मुख्यमंत्री —जन सेवा अभियान –कई घोषणा तो कर सकते हैं परन्तु इन दोनों विभाग की घूंस खोरी, अवैध वसूली रोक नहीं सकते..? ऐसा आम मध्य प्रदेश के मतदाताओं एवं जागरूक टा्न्सपोर्टरो की आवाज सुनाई देती है,,, जो रीवा जिले के परिवहन विभाग ठेकेदारों की अवैध वसूली से तंग आकर दिल्ली, भोपाल हर जगह आंदोलन प्रदर्शन किया लेकिन परिणाम वहीं ढांक के तीन पात ही है,,आम जन चर्चा है कि रीवा सहित मध्य प्रदेश में होने वाले उद्घाटन समारोह बड़े पैमाने पर VVIP,, कार्यक्रम में खर्च होने वाली राशि की भरपाई व्यवस्था इन होने वाली अवैध वसूली से होती है,, हर बड़े आयोजन में तीन सौ बस भेजने,डीजल खर्च सहित तमाम ऐसी व्यवस्था होती है जहां नीतिगत तरीके से सरकार की व्यवस्था अनुसार यह राशि पहुंचाई जाती है,, इस बात की पुष्टि नहीं की जा रही है… लेकिन खुले आम मनमानी तरीके से होने वाली अवैध वसूली के खिलाफ लगातार उठ रही आवाज पर कोई कार्रवाई नहीं होने का परिणाम यही है कि सरकार का संरक्षण प्राप्त है,,रीवा जिले की चाक घाट चेकपोस्ट जो सोहागी पहाड़ी पर स्थित है यहां नरेंद्र सिपाही, एवं संदीप ठेकेदार हैं जिनमें भागीदार अखिलेश मुंशी भी है,, बाकी सरकार से पदस्थ होने वाले अमले की कोई अहमियत नहीं है,, सोहागी चेकपोस्ट पर नरेंद्र सिपाही का हर्ष नामक मुख्य कटर तैनात किया गया है जो पैसे का हिसाब करने के साथ मारपीट करने का काम करता है,,, उसके इसारे पर बीस निजी कटर कर्मचारी यहां तैनात रहते हैं जिनके रहने भोजन,शराब की पूरी व्यवस्था रहती है, इस अमले को रहने आने जाने के लिए रीवा शहर के एक होटल में व्यवस्था जहां सो दो गाड़ियां हर समय आने जाने के लिए तैयार रहतीं हैं,, सूत्रों का कहना है की रीवा जिले में सिपाही नरेंद्र जो भोपाल देखता है, संदीप पूरा प्रशासन एवं अखिलेश मैनेजमेंट,, ये तीनों लोगों से कोई भी मिल नहीं सकता तथा रोजनामा में इनकी डियुटी हमेशा दर्ज होती है पर रहते रीवा के एक होटल में हैं… या अन्यत्र भी छिपे रहते हैं न किसी का मोबाइल उठाते न किसी से मिलते इनके निर्धारित कटर कर्मचारी तैनात हैं जो इनकी उंगली के इशारे पर नाचते हैं, कोई भी सरकारी विभाग का तैनात कर्मचारी भी इनसे मिलने से भय खाते हैं नहीं तो पोस्टिंग निरस्त हो जाय तो सब डूब जायेगा!
हर्ष चाक घाट चेकपोस्ट पर जिन गाड़ियों की सूची संदीप के पास दलालों के माध्यम से राशि सहित नहीं जमा होती उनके लिए बढ़ी हुई दर में टोकन महीने का लेना पड़ता है खाली भरी दोनों की कीमत एक ही है,, अनुमानित दो अरब से अधिक होने वाली महीने की अवैध वसूली में सफेदपोश से लेकर रीवा जिला सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एवं कितने लोग शामिल हैं यह जगजाहिर है,, जिसका परिणाम यह है कि विरोध करने वाले की जान का भी खतरा बढ़ जाता है … बताया जाता है कि कुछ रिटायर हो चुके अधिकारी कर्मचारी भी इस अवैध कमाई के समुद्र में डुबकी लगाकर मोटी रकम हासिल कर रहे हैं !