“रातों को घंटों बातें, शादी से पहले का मिलन, और जीजा की साजिश… अलीगढ़ में जो हुआ, उसने पारिवारिक रिश्तों को हिला दिया।
दिसंबर 2024 की एक रात से यह कहानी शुरू होती है। जहां एक युवक—राहुल—अपनी होने वाली सास अनीता देवी से मोबाइल पर बात करना शुरू करता है। पर सवाल ये है कि दोनों की बातचीत की शुरुआत कैसे हुई? जवाब है—राहुल का ‘जीजा’। वह रूद्रपुर में मेंहदी लगाने का काम करता है और पहले खुद अनीता से बातचीत कर चुका था। उसी ने राहुल को अनीता का नंबर दिया। फिर जो शुरू हुआ, वो एक ‘सामान्य सास-दामाद’ रिश्ते की सीमाओं को पार कर गया।”
“अनीता के पति जितेंद्र को शुरुआत में कुछ अजीब लगा, लेकिन रिश्तों पर विश्वास करते हुए उन्होंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। मगर जैसे-जैसे राहुल और अनीता की बातचीत बढ़ती गई, समय के साथ शक गहराने लगा।
पहले दो घंटे, फिर चार घंटे, फिर सात घंटे… और शादी से कुछ दिन पहले तो बीस-बीस घंटे तक मोबाइल पर दोनों की बातचीत जारी रहती थी।
जितेंद्र बताते हैं कि बेटी की शादी अगस्त में तय हुई थी, लेकिन राहुल ने सास से बातचीत दिसंबर में ही शुरू कर दी थी। जिस दामाद को बेटी का हमसफर बनाना था, वही उसकी मां को लेकर फरार हो गया।”
“छह अप्रैल की रात… ये वही रात थी जो इस रिश्ते के साजिश बन जाने की गवाही देती है। अनीता ने जितेंद्र को अपनी बहन के यहां शादी का कार्ड देने के लिए जबरन भेजा।
जितेंद्र का कहना है कि उन्होंने मना किया था, लेकिन अनीता की जिद के आगे उन्हें झुकना पड़ा। जब वे बहन के घर पहुंचे, तब अनीता ने बहन को फोन कर कहा, ‘तुम्हारे जीजा खाना खाकर नहीं गए, रोक लो।’
लेकिन जब जितेंद्र जल्दी लौटे… तो घर खाली था। पत्नी अनीता और राहुल—जो कभी उनका दामाद बनने वाला था—घर छोड़कर भाग चुके थे।”
“यह घटना केवल एक परिवार का दुख नहीं, बल्कि समाज की उस मानसिकता पर सवाल उठाती है, जो रिश्तों की परिभाषा को भूल रही है। एक मां, जो अपनी बेटी की शादी की तैयारी में शामिल थी, खुद दामाद के साथ फरार हो गई।
इस मामले में ‘विश्वासघात’ केवल पति या बेटी से नहीं हुआ, बल्कि उस सामाजिक संरचना से हुआ, जो सास-दामाद को एक ‘पवित्र रिश्ता’ मानती है।
यह मामला तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लेकिन TKN की कोशिश है सच्चाई की तह तक जाकर हर परत को उजागर करना।”