भोपाल: सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। फिटमेंट फैक्टर को लेकर कई भ्रम फैले हुए हैं, जिनमें सबसे बड़ा यह है कि अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है, तो वेतन और पेंशन में भी उतनी ही बढ़ोतरी होगी। लेकिन असल में, फिटमेंट फैक्टर सिर्फ बेसिक सैलरी पर लागू होता है, न कि ग्रॉस सैलरी पर। इससे कुल वेतन में अपेक्षित वृद्धि नहीं होती।
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर और इसका असर?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 2.86 के बीच तय हो सकता है। यह एक मल्टीप्लायर होता है, जिसका उपयोग सरकार वेतन और पेंशन को संशोधित करने के लिए करती है। हालांकि, कई कर्मचारी इसे ग्रॉस सैलरी पर लागू होने वाला मान रहे हैं, जो कि सही नहीं है। फिटमेंट फैक्टर मुख्य रूप से बेसिक पे को प्रभावित करता है, जबकि कुल सैलरी में कई अन्य घटक जैसे महंगाई भत्ता (DA), यात्रा भत्ता, HRA और अन्य भत्ते भी शामिल होते हैं, जो अलग-अलग निर्धारित होते हैं।
वास्तव में कितना बढ़ेगा वेतन?
पिछले वेतन आयोगों के आंकड़े देखें तो स्पष्ट होता है कि फिटमेंट फैक्टर की सीधी गणना ग्रॉस सैलरी पर नहीं होती। उदाहरण के लिए, 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिससे बेसिक पे 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गई, लेकिन औसत वेतन वृद्धि 15-20% के बीच ही रही। वहीं, 6वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.86 था, लेकिन वास्तविक वृद्धि 54% तक पहुंची थी। इसलिए, यह जरूरी नहीं कि फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से उतनी ही प्रतिशत वृद्धि देखने को मिले।
पिछले वेतन आयोगों में वृद्धि की तुलना
दूसरा वेतन आयोग: 14.2%
तीसरा वेतन आयोग: 20.6%
चौथा वेतन आयोग: 27.6%
पांचवां वेतन आयोग: 31.0%
छठा वेतन आयोग: 54.0%
सातवां वेतन आयोग: 14.3%
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि हर वेतन आयोग में वृद्धि का अनुपात अलग होता है। 6वें वेतन आयोग में वृद्धि सबसे अधिक थी, जबकि 7वें वेतन आयोग में अपेक्षाकृत कम रही। अब सवाल यह उठता है कि 8वें वेतन आयोग में वास्तविक वेतन वृद्धि कितनी होगी?
कब होगा 8वें वेतन आयोग का गठन?
सरकारी कर्मचारियों के लिए यह जानना बेहद अहम है कि 8वें वेतन आयोग के गठन की औपचारिक प्रक्रिया अप्रैल 2025 में शुरू हो सकती है। इसके तहत वेतन, पेंशन, भत्ते और ग्रेच्युटी जैसी सेवानिवृत्ति लाभों की समीक्षा की जाएगी। नेशनल काउंसिल ऑफ जॉइंट कंसल्टेटिव मैकेनिज्म (NC-JCM) के कर्मचारी पक्ष ने सुझाव दिया है कि इस बार वेतन आयोग में नए वेतन ढांचे और भत्तों की व्यापक समीक्षा होनी चाहिए ताकि कर्मचारियों को उनकी जरूरतों के अनुसार वेतन संरचना मिले।
क्या कर्मचारियों को उम्मीद के मुताबिक बढ़ोतरी मिलेगी?
सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स 8वें वेतन आयोग से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं। वे एक सम्मानजनक और गरिमापूर्ण जीवन की मांग कर रहे हैं, जिसके लिए वेतन में प्रभावी वृद्धि जरूरी होगी। हालांकि, सरकार की वित्तीय स्थिति, महंगाई दर और आर्थिक नीतियों को ध्यान में रखते हुए ही वेतन आयोग की अंतिम सिफारिशें लागू होंगी।
अब देखना यह होगा कि क्या 8वां वेतन आयोग कर्मचारियों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा या फिर वेतन वृद्धि सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह जाएगी?