शंकरगढ़(प्रयागराज) बिना मापदंड के चल रहे विद्यालयों को लेकर शासन की ओर से की गई कवायद प्रयागराज जिले के विकासखंड शंकरगढ़ में पूरी तरह ठप है , खासकर शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इसको लेकर जरा भी गंभीर नहीं दिख रहे हैं । इतना ही नहीं शिकायतों को शिक्षा विभाग के अधिकारी मनमानी तरीके से निस्तारित कर कोरम पूरा करने का काम किया जा रहा है । आलम यह है कि शंकरगढ़ विकास खण्ड के गोल्हैया व जनवा में संचालित रामसिंह इंटर कॉलेज व श्री राधे कृष्ण इंटर कॉलेज की भूमि की मान्यता कहीं की और संचालन दूसरी जगह करके विद्यालय प्रबंधक , योगी सरकार की आंख में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं । स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उक्त विद्यालय संचालक ने विद्यालय की मान्यता कहीं की और संचालन दूसरी जगह करके योगी सरकार की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं । जिसको लेकर विपक्षी दल पार्टी उक्त विद्यालयों का मुद्दा उठाकर होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा पर तंज कस सकती हैं । *कागजों तक सीमित नियम व शर्ते* निजी विद्यालयों को नवीन मान्यता प्राप्त अथवा नवीनीकरण के समय शिक्षा विभाग द्वारा दिए जाने वाला एक फार्म भरना होता है । इसमें विद्यालय की संपूर्ण जानकारी फॉर्मेट होता है , इस पर विद्यालय भवन के साथ संसाधन आज के बारे में पूछा जाता है । निजी स्कूल संचालक मान्यता प्राप्त के समय इन कॉलम को कुछ अच्छे से पूरा कर देते हैं ,हकीकत में संसाधन उनके पास होते नहीं हैं । उनके इस कार्य में अफसर भी सहयोग करते हैं जो इन विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान यही अधिकांश इन विद्यालयों के संचालक को बचा लेते हैं ।
*क्या कहते है जिम्मेदार*
इस संबंध में जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से वार्तालाप किया गया तो उनका कॉल नही उठा । अब देखना यह है कि विपक्षी दलों की पार्टी उक्त विद्यालयों को लेकर आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा पर किन किन मुद्दों पर तंज कस सकती है ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।





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