चाकघाट थाना क्षेत्र में बाइकर्स गैंग द्वारा मोबाइल छीनने की कई घटनाओं को अंजाम दिये जाने की जानकारी सामने आ रहीं है। घटनाओं पर समय पर कार्यवाही नहीं किए जाने चाकघाट पुलिस पर भी आरोप लग रहे है। बीते 24 फरवरी शनिवार को युवती के साथ थाना परिसर से चंद कदमों की दूरी पर मोबाइल छीनने एवं बघेड़ी स्थित वारदात किये जाने के साथ ही अन्य वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया गया था। इसी बाइकर्स गैंग से जुड़ी एक और घटना सामने आई है। जिस पर समय पर कार्रवाई नहीं करने पीड़ित द्वारा चाकघाट पुलिस पर आरोप लगाया हैं। शिवा केसरवानी निवासी जारी प्रयागराज द्वारा बताया गया कि वह चाकघाट स्थित अपने जीजा प्रदीप केसरवानी के यहां मोबाइल शॉप में प्रतिदिन रिपेयरिंग कार्य सीखने हेतु आता है। 20 फरवरी को समय शाम साढ़े छः बजे के करीब वह बॉर्डर रोड स्थित सीपीएस कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल के पास पहुंचा ही था कि लाल कलर की रेसिंग बाइक में सवार तीन युवको द्वारा मोबाइल छीन कर फरार हो गए। जिसके बाद 21 फरवरी को वह अपने जीजा के साथ थाना चाकघाट में पहुंचकर आवेदन दिया था। जहां एफआईआर दर्ज करवाने हेतु थाने में सुबह शाम कई बार चक्कर भी काटे परन्तु उसे अभी तक एफआईआर की कॉपी प्राप्त नहीं हुई अथवा घटनाक्रम में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। बता दे कि मामले को लेकर जब थाना प्रभारी उषा सिंह सोमवंशी से संपर्क किया गया तो पहले वह घटना के संबंध में अनभिज्ञता जताई। अन्य सवालों के बाद जब एफआईआर नहीं किए जाने की वजह पूछा गया तो थाना प्रभारी द्वारा कहा गया कि हर घटनाक्रम में एफआईआर नहीं होती है और मोबाइल को ट्रेस करके बरामद कर लिया जाएगा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पीड़ित पक्ष के साथ जो घटनाक्रम हुआ है और इसकी सूचना अग्रिम कार्यवाही हेतु पुलिस को दी है अथवा नहीं दी है उसके पास क्या साक्ष्य है। शिवा केशरवानी ने यह भी आरोप लगाया कि थाने में दिए गए आवेदन पर रिसीविंग तक उसे नहीं दिया गया है। जिसके बाद वह सीएम हेल्पलाइन 181 पर कॉल करते हुए 26159497 शिकायत क्रमांक प्राप्त किया है और इसके बाद भी किसी ने कोई खबर नहीं ली है। सवाल यह भी है कि थाना प्रभारी द्वारा उक्त प्रक्रिया के माध्यम से आखिर कितने लूटे और चोरी के प्रकरणों को खुलासा किया जा चुका है।
