कपिल देव ने ODI में विराट कोहली के 163 दिनों बाद सीधा पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरने को लेकर नाराजगी जताई है। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 12 सालों के दौरान विराट को सिर्फ 6 मैचों के लिए रेस्ट दिया गया था। रोहित शर्मा की कप्तानी में डेढ़ साल में ही विराट को टीम इंडिया के लिए 25 मुकाबलों की प्लेइंग XI में नहीं चुना गया है। विराट कोहली ने 22 मार्च 2023 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खत्म हुई ODI सीरीज के बाद से एक भी वनडे मैच नहीं खेला है। टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को 2-1 से ODI सीरीज में शिकस्त दे दी है। अब टीम इंडिया को वनडे क्रिकेट सीधे 30 अगस्त से एशिया कप में खेलना है। इस टूर्नामेंट में 2 सितंबर को टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेलेगी। यानी अब सीधे विराट कोहली उस महामुकाबले में ही नजर आएंगे, जिसमें पूरे एक महीने का वक्त बाकी है। इस बीच वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की टी-20 सीरीज और आयरलैंड के खिलाफ 3 टी-20 मैचों की सीरीज से भी विराट का पत्ता काट दिया गया है।
विराट कोहली के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने अंतिम वनडे में 54 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद से विराट कोहली टीम इंडिया के लिए ODI क्रिकेट से दूर ही रहे हैं। अब यह इंतजार 5 महीनों से ज्यादा हो गया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ जब उन्हें वनडे टीम में चुना गया था, तो लगा था कि इस बार कम से कम 3 मुकाबलों में विराट को लगातार अवसर मिलेगा। पर यहां भी अंतिम दोनों मुकाबलों की प्लेइंग XI से विराट को बाहर रखा गया। जबकि पहले मैच में विराट कोहली की बैटिंग ही नहीं आई। कपिल देव इस रवैये से खासे नाराज नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि वर्ल्ड कप में विराट कोहली टीम इंडिया के सबसे प्रमुख बल्लेबाज होंगे। ऐसे में वर्ल्ड कप वाले साल में अगर विराट 163 दिनों तक ODI फॉर्मेट का एक भी मैच नहीं खेलेंगे, तो वह भरपूर तैयारी नहीं कर सकेंगे।
कपिल देव का मत है कि विराट टेस्ट क्रिकेट में जरूर अच्छे फॉर्म में नजर आए हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में काफी फर्क है। विराट को टीम में ना चुने जाने के सवाल पर टीम मैनेजमेंट की तरफ से कहा जा रहा है कि विराट चैंपियन प्लेयर हैं और उन्हें बहुत ज्यादा मैच प्रैक्टिस की आवश्यकता नहीं है। पर अगर 46 ODI शतक जड़ चुके विराट वर्ल्ड कप से पहले वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 50 शतक पूरे कर लेते, तो वह अलग अंदाज में इस टूर्नामेंट का लुत्फ़ उठाते हुए नजर आते। एक तरफ विराट को T-20 इंटरनेशनल से पहले ही ड्रॉप कर दिया गया है और अब वनडे मैचों में भी लगातार अवसर नहीं दिया जा रहा है। विराट कोहली को लेकर टीम मैनेजमेंट का यह रवैया समझ नहीं आ रहा है। जिस बल्लेबाज पर भारत को 12 साल बाद विश्व विजेता बनाने का दारोमदार है, उसके साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार बंद किया जाए। विराट कोहली को लगातार मुकाबले खेलने का अवसर दिया जाए। अगर विराट नियमित तौर पर मैदान पर आएगा, तो 100 इंटरनेशनल शतक जरूर लगाएगा।