भोपाल की शाम जैसे ही ढल रही थी, एक मंदिर के बाहर अजीब सी हलचल शुरू हो गई। एक युवक ने एक युवती की मांग में सिंदूर भरकर सबके सामने शादी का नाटक किया, लेकिन कुछ ही देर में उसकी असलियत सामने आ गई। वो ‘राहुल शर्मा’ नहीं था… बल्कि सोहेल खान था। मंदिर के बाहर मौजूद लोगों ने जब सवाल पूछना शुरू किया, तो पूरे मामले की परतें खुलती गईं और एक झूठ की इमारत भरभराकर गिर गई। भोपाल के कटारा हिल्स इलाके में सामने आया ये मामला न सिर्फ झकझोरने वाला है, बल्कि सोशल मीडिया पर बनते रिश्तों की हकीकत को भी उजागर करता है।
कटारा हिल्स की एक हिंदू युवती को इंस्टाग्राम पर एक युवक से दोस्ती हुई। युवक ने अपना नाम ‘राहुल शर्मा’ बताया और खुद को एक सीधा-सादा हिंदू लड़का बताया। धीरे-धीरे मीठी-मीठी बातों से उसने युवती का विश्वास जीत लिया और दोनों में करीब एक महीने से बातचीत चल रही थी। युवक ने युवती को एक दिन अपने दोस्त के घर ले जाने का बहाना बनाकर सुनसान इलाके में ले जाकर उसके साथ शारीरिक शोषण किया। जब युवती ने विरोध किया, तो युवक ने जल्द शादी का झूठा भरोसा देकर उसे शांत कराया। इस भरोसे के जाल में फंसी युवती को सोहेल मंदिर तक ले गया – और वहीं पूरे झूठ की पटकथा को एक ‘सिंदूर’ के साथ परदे पर पेश किया।
लेकिन कहानी में मोड़ तब आया जब मंदिर से बाहर निकलते वक्त कुछ स्थानीय लोगों को युवक पर शक हुआ। लोगों ने युवक से उसका नाम पूछा और जब उसकी बातें उलझने लगीं, तो गहराई से पूछताछ की गई। जल्द ही सामने आया कि ‘राहुल शर्मा’ नाम का ये लड़का असल में सोहेल खान है, जो न सिर्फ अपनी पहचान छिपा रहा था बल्कि युवती को धोखा भी दे रहा था। लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और युवक को पकड़कर कटारा हिल्स थाने सौंप दिया गया।
पुलिस ने युवती की शिकायत पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। एडिशनल डीसीपी महावीर सिंह मुजाल्दे के अनुसार, “सोहेल खान ने सोशल मीडिया पर फर्जी नाम से प्रोफाइल बनाई थी और एक महीने तक युवती को प्रेमजाल में फंसाया। मंदिर में शादी का नाटक रचकर वह धोखा देना चाहता था। आरोपी की असली पहचान सामने आने के बाद हमने सख्त कार्रवाई की है। जांच अभी जारी है।”
पुलिस जांच में पता चला कि सोहेल खान सिर्फ 10वीं पास है और किसी प्राइवेट नौकरी में काम करता है। उसका सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाना और धार्मिक पहचान छिपाकर युवती को फंसाना न केवल अपराध है, बल्कि सामाजिक आक्रोश का कारण भी बन गया है। इलाके में इस घटना को लेकर नाराजगी है, और सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर चिंता जाहिर की जा रही है। लोगों का कहना है कि ये मामला युवाओं के लिए एक बड़ा सबक है – कि सोशल मीडिया पर दिखने वाला चेहरा, हमेशा हकीकत नहीं होता।
भोपाल पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति से दोस्ती करने से पहले पूरी सावधानी बरतें। अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। यह घटना सिर्फ एक प्रेम धोखे की कहानी नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी है।