सतना अभी तक मैं कही सुनी बात मान रहा था लेकिन आज मैं खुद सोशल मीडिया पर ब्लैकमेलिंग का शिकार हो गया था कल रात किसी अंजली शर्मा नाम करके लड़की का व्हाट्सएप पर मैसेज आया मैं इस बात से परिचित था मुझे यह खबर कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर चलती नजर आई थी। मैं तुरंत समझ गया कि कुछ नहीं किसी कॉल गर्ल का फोन है। तभी मैंने उससे चैट पर बात किया उसने डायरेक्ट मेरे से कुछ गलत तरीके का डिमांड रखा और वीडियो कॉल की तभी मैं स्क्रीन रिकॉर्डिंग अपने फोन की ऑन कर लिया और अपना चेहरा स्क्रीन पर नहीं आने दिया तत्पश्चात उस लड़की ने दो तीन बार वीडियो कॉल कर मुझे फंसाने के चक्कर में कई बार वीडियो कॉल की इसके बाद जब मैंने अपना बायोडाटा बताया कि तू गलत जगह फस गई है। उसने झट से मुझे ब्लॉक कर दिया।
अतः इस साइबर ठगी है कई भोले-भाले इनके जाल में फंस कर डर जाते हैं और जब वह पैसे का डिमांड करती हैं कि तुम इतना पैसा दो नहीं तुम्हारा वीडियो वायरल कर दूंगी तो बेचारे डर के मारे उनकी शर्ते मान लेते हैं और साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं अतः आप सब इस साइबर ठगी से सावधान रहें सतर्क रहें मेरे मैसेज छोड़ने का मतलब कि आप सबको साइबर ठगी से बचाना है।सोशल मीडिया पर किसी अंजान से दोस्ती करके वीडियो काल करने वाले तमाम लोग ठगी के शिकार हो रहे। अश्लील वीडियो बनाने वाले गैंग के चक्कर में पड़कर लोग हर माह अपनी लाज बचाने में लाखों गवां दे रहे हैं। लोग पहले रुपये देकर किसी तरह से मुसीबत से पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रहे। बाद में ब्लैकमेलिंग बढ़ने पर पुलिस अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग कर रहे। साइबर सेल में हर माह पांच से छह शिकायतें पहुंचती हैं। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर दोस्ती करके वीडियो काल के जरिए हरकत में फंसे लोग अक्सर शिकायत दर्ज कराने से बचते हैं। लोकलाज की वजह से वह खुलकर सामने भी नहीं आते।
आपत्तिजनक वीडियो बनाते ही शुरू होती है ठगी
आपत्तिजनक वीडियो काल के चक्कर में पड़कर लोग परेशान हो रहे हैं। अन्य तरह की साइबर ठगी करने वाले गैंग के सदस्य इसे भी हथियार बनाकर इस्तेमाल करते हैं। आपत्तिजनक वीडियो बनाने के बाद उसे फेसबुक दोस्तों सहित अन्य संपर्कों में फैलाने की धमकी देकर रुपये वसूलते रहते हैं। ऐसे मामलों के सामने आने पर अधिकांश लोग शिकायत नहीं करते। कुछ लोग छोटी तो कुछ लोग बड़ी रकम भी गवां बैठते हैं। इस तरह के प्रकरण की जांच करके कार्रवाई की जाती है। अधिकांश मामलों में अपनी इज्जत बचाने के डर से लोग शिकायत वापस ले लेते हैं।व्हाट्सएप और फेसबुक पर दोस्ती के बाद वीडियो काल करके ब्लैकमेलिंग की जाती है। बच्चों का सोशल मीडिया हैंडल हैक करके उनसे पैसे मांगते हैं। वीडियो काल के जरिये लोगों को ठगी का शिकार बनाने के मामले सामने आते हैं। ऐसे प्रकरणों में सावधानी ही बचाव है। किसी युवती या महिला के झांसे में आकर कोई वीडियो काल न करें। यह काम पेशेवर तरीके से किया जाता है। इस जाल में फंसने के बाद लोग ब्लैकमेलिंग के शिकार होते हैं। अंजान व्यक्तियों से दोस्ती न करें। अतःआप सब सोशल मीडिया में अनजान लड़कियों से दूर रहें और ब्लैक मेलिंग साइबर ठगी से बचें?