सतना – मुख्यमंत्री के रामनगर दौरे ने मंत्री रामखेलावन की पराजय तय करने वाला रहा है । इसके जिम्मेदार खुद मंत्री हैं । मंत्री 20 हजार पटेल मतदाताओं के भरोसे विधानसभा पहुंचने की मूर्खता पालकर भाजपा की एक सीट कम कर दी । कार्यक्रम में जिस तरह ब्राह्मण नेताओं माया विनीत पांडे और अरुण द्विवेदी की उपेक्षा हुई इसको प्रेक्षक मंत्री की राजनीति में आखिरी कील मान रहे हैं । मजेदार बात यह है कि समूचा मीडिया जगत मंत्री के जातिवादी जहर को बार-बार उजागर करता रहा लेकिन भाजपा नेतृत्व धृतराष्ट्र बनकर उसे अनदेखा करता रहा नतीजा यह है कि इस सीट पर कांग्रेस की लॉटरी लगने वाली है । आश्चर्यजनक है कि आत्ममुग्ध मुख्यमंत्री मंच से “लाडली बहन” पर कसीदे पड़ते रहे और भाजपा परिवार की लाडली बहना माया विनीत पांडे अपमानित होती रही । राजनैतिक पडितो का मानना है कि भाजपा में अगर इसी तरह कार्यकर्ता रूपी पेड़ कटते रहे तो विंध्य में पार्टी को रेगिस्तान बनने से कोई नहीं रोक सकता । कोई नेता आलोचनाओं को अपने में सुधार के रूप में लेता है, सांसद गणेश सिंह इसके उदाहरण हैं जब उन्होंने ऊपरी तौर पर जातिवाद व परिवारवाद से दूरी बनाई है । और कुछ सावधान हुए हैं । उनपर लगने वाले जातिवाद का पूरा भार मंत्री ने उठा लिया । सांसद की राजनीति को समझने वाले स्कूल में मंत्री ने पढ़ाई नहीं की और सांसद ने उन्हें खेल लिया । दुर्भाग्य है कि मंत्री ने अपने कार्य प्रणाली में सुधार न कर यह दर्शा दिया कि वे कितनी मोटी चमड़ी के बने हैं । जहां तक माया विनीत पांडे का सवाल है तो दिव्य दृष्टि के मालिक रामभद्राचार्य महाराज खजुरी ताल की तपोभूमि में भविष्य बता गए हैं ।
सीएम के कार्यक्रम में अरुण द्विवेदी की अनुपस्थिति रामनगर में बना चर्चा का विषय
सतना आज रामनगर में लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, निर्धारित तयशुदा कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में एक विशेष बात यह दिखी, जो सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा कि भाजपा के प्रमुख सभी नेता नजर आए जहां। वही रामनगर में इस आज के कार्यक्रम प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण द्विवेदी का न रहना और न ही दिखना तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म दिखा। रामनगर में चर्चा तो यह भी थी की यहां एक विशेष समुदाय भाजपा नेता की वजह से कार्यक्रम में इतने बड़े वरिष्ठ लोकल जमीन से जुड़े हुए अरुण द्विवेदी जैसे नेता की अनदेखी गई हैं, वहीँ और भी ऐसे अमरपाटन विधानसभा के कई भाजपा नेता कार्यकर्ता उपेक्षा का शिकार हुए और नाखुश दिखे, जिनकी आज खबर भी सोशल मीडिया में खूब चली।
Home विन्ध्य प्रदेश Maihar SATNA NEWS ऐसे ही पेड़ कटते रहे तो रेगिस्तान बन जाएगी भाजपा? सिर्फ पटेल मतदाताओं से जीत जायेंगे मंत्री