सलमान खान की एक फिल्म सबसे बड़ी फ्लॉप साबित हुई और इसने महज 2 करोड़ रुपये की कमाई की थी । इस फिल्म के बाद इसके डायरेक्टर ने छोड़ दी थी इंडस्ट्री। इतना ही नहीं, फिल्म की एक्ट्रेस ने भी पलट कर कभी बॉलीवुड की तरफ नहीं देखा।
सलमान खान बॉलीवुड में पिछले 30 साल से एक्टिव हैं और भारतीय सिनेमा में बॉक्स ऑफिस पर सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले स्टार्स में से एक हैं। साल 1989 में ‘मैंने प्यार किया’ से डेब्यू करने वाले सलमान खान ने एक से बढ़कर एक फिल्में दीं। हालांकि, सलमान के नाम प्लॉप फिल्में भी खूब रही हैं, लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं उनकी उस फिल्म की जो केवल फ्लॉप ही नहीं हुई बल्कि उस फिल्म के डायरेक्टर ने हमेशा के लिए फिल्में बनाना छोड़ दिया।
सलमान जहां हिट फिल्मों के लिए जाने जाते हैं वहीं उनकी ढेरों फिल्में फ्लॉप भी रही हैं। यहां हम सलमान की जिस फिल्म की बात कर रहे हैं उसे बनने में मेकर्स मे करीब 19 करोड़ रुपये खर्च किए थे लेकिन इस फिल्म ने मात्र 2 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था।
‘वॉन्टेड’ से रिलीज से दो साल पहले की कहानी
साल 2007 में, सलमान ख़ान अपने करियर के उतार-चढ़ाव वाले दौर से गुज़र रहे थे। 90 के दशक का उत्साह तब तक ठंडा पड़ चुका था। हालांकि, सलमान तब तक शाहरुख़ और आमिर खान के साथ बॉलीवुड के टॉप पर थे। ‘वॉन्टेड’ को रिलीज होने में अभी दो साल और बचे थे। इसी दौरान सलमा खान को एक हॉलीवुड डायरेक्टर Willard Carroll ने अपनी फिल्म ‘मैरीगोल्ड’ में कास्ट किया था।
‘मैरीगोल्ड’ बॉक्स ऑफ़िस पर औंधे मुंह गिर गई
विलार्ड कैरोल के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अमेरिकी एक्ट्रेस एली लार्टर सलमान खान के ऑपोजिट नजर आई थीं। ये कहानी एक अमेरिकी लड़की की है जो भारत आती है और सलमान के किरदार से उसे प्यार हो जाता है। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों में बनी एक खास बॉलीवुडम्यूजिकल फिल्म, 17 अगस्त 2007 को रिलीज़ हुई थी। फिल्म से मेकर्स को काफी उम्मीदें थीं लेकिन ‘मैरीगोल्ड’ बॉक्स ऑफ़िस पर औंधे मुंह गिर गई। इसने अपने पहले दिन सिर्फ 21 लाख रुपये की कमाई की थी।
इसे अजीब और मेकिंग के मामले में बेहद खराब बताया गया
‘मैरीगोल्ड’ को क्रिटिक्स से अच्छे रिव्यू नहीं मिले और इसे अजीब और मेकिंग के मामले में बेहद खराब बताया गया। ‘मैरीगोल्ड ने बॉलीवुड फिल्मों और अमेरिकी रोमांटिक कॉमेडी को मिलाने की वैसे तो मुश्किल कोशिश की, जो दर्शकों को पसंद नहीं आया।
भारतीय और विदेशी दर्शकों को भी पसंद नहीं आई
कहते हैं कि ये फिल्म भारतीय दर्शकों को बहुत साफ-सुथरी और वेस्टर्न पब्लिक को बहुत देसी लगी, जो दोनों के लिए ही अच्छी साबित नहीं हुई। भारत में इसकी कमाई ‘चक दे इंडिया’ के सामने फिसल गई जो एक सप्ताह पहले रिलीज़ हुई थी और वहीं इंटरनैशनल लेवल पर ‘द ट्रांसफॉर्मर्स’ ने इसे पीछे छोड़ दिया।
विलार्ड कैरोल ने इंडस्ट्री ही छोड़ दी
विलार्ड कैरोल ने इस फिल्म से पहले ‘द रनस्टोन’, ‘प्लेइंग बाय हार्ट’ और ‘टॉम्स मिडनाइट गार्डन’ जैसी फिल्में बनाई थीं। ल’मैरीगोल्ड’ एक निर्देशक के रूप में उनकी आखिरी फिल्म साबित हुई। सलमान खान की इस फिल्म के बाद से उन्होंने फिल्मों राइटिंग और मेकिंग से भी खुद को अलग कर लिया। फिल्म की लीड एक्ट्रेस एली लार्टर भी हॉलीवुड में एक जाना-माना चेहरा थीं , जिन्होंने ‘लीगली ब्लोंड’, ‘फाइनल डेस्टिनेशन’ और टीवी शो ‘हीरोज’ में को-स्टार की भूमिकाएं निभाई थीं। ‘मैरीगोल्ड’ उनकी एकमात्र हिंदी फिल्म साबित हुई और इसके बाद उन्होंने कभी बॉलीवुड की तरफ पलट कर नहीं देखा।