जेल में हुई भावुक मुलाकात
मेरठ के चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड में नामज़द आरोपी मुस्कान और साहिल की एक बार फिर जेल में मुलाकात हुई। 15 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी के दौरान दोनों ने एक-दूसरे को देखा, और दोनों ही भावुक हो उठे। जैसे ही साहिल को यह जानकारी मिली कि मुस्कान गर्भवती है, उसकी आंखें नम हो गईं। इस नाजुक क्षण में दोनों के बीच मानो बिना शब्दों की गहरी बातचीत हुई हो।
न्यायिक हिरासत बढ़ी, लेकिन भावनाएं काबू में नहीं
कोर्ट ने मुस्कान और साहिल की न्यायिक हिरासत 28 अप्रैल तक बढ़ा दी है। हालांकि ये सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई, लेकिन मुस्कान और साहिल के बीच जो भावनात्मक लहर दौड़ी, उसने हर किसी का ध्यान खींचा। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे से बात करने की कोशिश की, हालांकि सुरक्षा कारणों से बातचीत संभव नहीं हो सकी। जेल की दीवारें शायद उन्हें अलग कर रही थीं, लेकिन भावनाएं अपने आप रास्ता बना रही थीं।
सरकारी वकील से नाराज़, मांगी प्राइवेट वकालत
वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के अनुसार, साहिल और मुस्कान अब तक की कानूनी कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकारी वकील की कार्यशैली से असंतोष जताते हुए अब निजी वकील की मांग की है। दोनों जल्द से जल्द जेल से बाहर आने के लिए व्याकुल हैं और खुद की पैरवी के लिए नए विकल्प तलाश रहे हैं।
अल्ट्रासाउंड ने खोले कई राज
11 अप्रैल को मुस्कान का मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउंड कराया गया, जिसमें खुलासा हुआ कि वह 5 से 7 हफ्ते की गर्भवती है। यह जानकारी बेहद चौंकाने वाली थी क्योंकि यह प्रेग्नेंसी सौरभ राजपूत की हत्या से पहले की है। जेल प्रशासन ने यह अल्ट्रासाउंड गायनोकॉलोजिस्ट की सलाह पर करवाया था। मुस्कान को हाई सिक्योरिटी में लगभग दो घंटे के लिए जेल से बाहर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।
जेल में बदले हालात, नियमों के अनुसार दी जाएगी सुविधा
जैसे ही मुस्कान की गर्भावस्था की पुष्टि हुई, जेल प्रशासन ने उसके लिए विशेष व्यवस्था शुरू कर दी है। जेल के नियमों के अनुसार अब मुस्कान से किसी प्रकार का कार्य नहीं लिया जाएगा। गर्भवती कैदियों के लिए विशेष स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रबंध किए जाते हैं, और उसी के तहत मुस्कान को भी सुविधाएं दी जा रही हैं। ये मामला अब सिर्फ कानूनी नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं से भी जुड़ गया है।