रीवा शहर के वार्ड क्रमांक 23,24 में जगह-जगह पसरी गंदगी स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान पर सवालिया निशान लगा रही है। रहवासियों की मानें तो उनके क्षेत्र में नियमित सफाई नहीं होती है जिसकी वजह से जगह-जगह कचरा फैला रहता है। नालों की सफाई नहीं होने की वजह से घरों के आसपास भी मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है। ललऊ घाट के रहवासियों ने बताया कि यहां पर शिव जी और हनुमान जी बहुत प्राचीन मन्दिर लगभग सैकड़ो वर्ष पुराना हैं जहां पर शरद पूर्णिमा के दिन एक भव्य मेला लगता है और रात को एक बड़े से आकार के बर्तन में खीर पकाई जाती है और उसे रात भर खुले आसमान के नीचे ढक कर रख दिया जाता है और सुबह प्रातः कालीन से लेकर उस दिन शाम संध्या तक वहां पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को वही खीर वितरण की जाती है स्थानीय लोगो का मानना है कि खीर खाने से बहुत सारे कष्ट दूर होते है लेकिन आज उसी मन्दिर और ललऊ घाट का अस्तित्व नगर निगम कि लचरता से खत्म होने के कगार पर है जबकि यह मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के निज निवास स्थान से महज 500 मीटर की दूरी पर है लेकिन नगर निगम प्रशासन मुख बधिर बनाकर धृतराष्ट्र बनकर बैठा है जिससे ललऊ घाट का अस्तित्व गर्त में मिलता जा रहा है और तो और सफाईकर्मियों की लापरवाही के कारण 23और 24 वार्ड में जगह – जगह कचरा पड़ा रहता है एवं वही कचरा नालियों में जाकर नालियों को जाम कर देता है जिससे वार्ड वासियों को अनेक प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। वार्ड वासियों द्वारा नियमित रूप से साफ सफाई ना होने को लेकर कई बार नगर निगम के आला अधिकारियो से शिकायत भी की गई। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।