Rewa News: बायोगैस प्लांट के लिए एक सप्ताह में उपयुक्त जमीन उपलब्ध कराएं – उप मुख्यमंत्री

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कम्प्रेस बायोगैस प्लांट से ग्रीन एनर्जी के साथ हजारों को रोजगार मिलेगा – उप मुख्यमंत्री
रिलायंस लगाएगा बायोगैस प्लांट – नरबाई की मिटेगी समस्या, मिलेगी ग्रीन एनर्जी

रीवा कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि विन्ध्य देश की ऊर्जाधानी था। अब रीवा ग्रीन एनर्जी का केन्द्र बनेगा। यहाँ सोलर पैनल पावर प्लांट और जल विद्युत प्लांट स्थापित हैं। अब रिलायंस फाउण्डेशन द्वारा तीन कम्प्रेस बायोगैस प्लांट लगाने जा रहा है। इस प्लांट में गेंहू और धान की नरबाई (फसल अवशेष) से कम्प्रेस बायोगैस बनाई जाएगी। इससे एक ओर तो नरबाई जलाने से पर्यावरण को होने वाला नुकसान नहीं होगा। नरबाई की समस्या से किसानों को निजात मिलेगी जो नरबाई आज समस्या है वह उन्हें नगद लाभ देगी। बायोगैस प्लांट के लिए एक सप्ताह में उपयुक्त जमीन उपलब्ध कराएं। लगभग 20 एकड़ भूमि पर प्लांट लगाने की योजना है।

बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने रिलायंस फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों से कहा कि रीवा में कम से कम तीन प्लांट स्थापित करने के लिए कार्य आरंभ करें। आपको जमीन, बिजली, पानी तथा अन्य सुविधाएं बिना किसी परेशानी के मिलेगी। रीवा को विकसित करने और यहाँ के लोगों को रोजगार देने के हर अवसर का हम स्वागत करेंगे। गुढ़, मनगवां, मऊगंज, सिरमौर तथा त्योंथर में बायोगैस प्लांट लगाने की अच्छी संभावना है। जिले में लैण्टाना घास भी पर्याप्त मात्रा में वनों में है। इससे बायोकोल बनाने का भी प्लांट लगाया जा सकता है। बैठक में रिलायंस के प्रतिनिधि कुमार अभिषेक ने बताया कि देश में 2.5 मिलियन टन अनुपयोगी बायोमास उपलब्ध है। इसके उपयोग के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हमारे एक प्लांट में 7 हजार टन बायोमास का उपयोग होगा। हमारी कंपनी पूरे देश में सौ कम्प्रेस बायोगैस प्लांट बना रही है। इनमें से 10 मध्यप्रदेश में लगाए जा रहे हैं। रीवा में तीन प्लांट लगाने की संभावना है। शहडोल से प्रयागराज की हमारी गैस पाइपलाइन रीवा से गुजर रही है। कम्प्रेस बायोगैस को इसी लाइन से जोड़कर हम उद्योगों में उपयोग करेंगे। इस प्लांट से धान की नरबाई और गेंहू की फसल के अवशेषों को एकत्रित करने तथा भण्डारित करने का रोजगार सृजित होगा। एक प्लांट लगभग पाँच सौ लोगों को रोजगार का अवसर देगा। प्लांट लग जाने से किसान खेती को मेकेनाइज्ड करेंगे। इससे खेती करने के तरीके और फसल उत्पादन में भी सुधार होगा। हमारा प्लांट अनुपयोगी नरबाई लेकर बिना कार्बन उत्सर्जन के ऊर्जा का उत्पादन करेगा। इससे पर्यावरण संरक्षण में हम महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे। बैठक में औद्योगिक विकास निगम के यूके तिवारी ने बताया कि ग्राम घटेहा त्योंथर में दो सौ एकड़ भूमि उपलब्ध है। इसमें से बायोगैस प्लांट के लिए जमीन आवंटित की जा सकती है। बैठक में नगर निगम के अध्यक्ष श्री व्यंकटेश पाण्डेय, प्रभारी कलेक्टर डॉ सौरभ सोनवणे, आयुक्त नगर निगम श्रीमती संस्कृति जैन, वन मण्डलाधिकारी अनुपम शर्मा, उप संचालक कृषि यूपी बागरी, कृषि वैज्ञानिक डॉ आरपी पाण्डेय तथा रिलायंस के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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