मौत के बाद भेजा गया सतगुरु हॉस्पिटल शंकरगढ़। बिना योग्य डाक्टर के संचालित है अष्टभुजा हॉस्पिटल। आम जनता के साथ उपचार के नाम पर कर रही है लूट खसोट।
जवा/ मामला रीवा जिले के जवा पथरौड़ा में संचालित अष्टभुजा हॉस्पिटल से सामने आया है जहा पर वहा के डाक्टरो के बजह से एक महिला की जान चली गयी।
बताया जाता है कि पथरौड़ा निवासी शतानंद सिंह की लड़की निकिता सिंह निवासी दोदरकला की डिलीवरी के लिए बीती रात्रि 2 बजे के आसपास वहा के डॉक्टरों द्वारा अष्टभुजा हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था और आश्वासन दिया गया था कि हम ऑपरेशन कर देंगे, काफी देर तक प्रयास किया गया लेकिन प्रयागराज से आये डाक्टर सफल नही हुए तो डॉक्टर वहा से रफूचक्कर हो गया।और महिला को ऑक्सीजन लगाकर सतगुरु हॉस्पिटल शंकरगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया। जहा पर सतगुरु हॉस्पिटल के डाक्टरो ने मृत घोषित कर दिया। ऐसा परिजन आरोप लगाए है, वही परिजनों का आरोप है कि निकिता की गलत इलाज करने के कारण अष्टभुजा हॉस्पिटल में ही मौत हो गयी थी बचने के लिए ऑक्सीजन लगाकर शंकरगढ़ भेजा गया था। जिन पर कार्यवाही हो।
सवाल यही की आखिर प्राइवेट अस्पतालों के प्रति सरकार और रीवा CMHO गंभीर क्यो नही है जो आये दिन किसी न किसी प्राइवेट अस्पताल में डाक्टर के गलत इलाज के कारण गरीबो को मौत हो रही है। बताते चले कि एक अष्टभुजा हॉस्पिटल नई गढ़ी में थी जिसे जिसे काफी दिनों बाद लापरवाही के बजह से सील किया गया था जहा पर एक ही डाक्टर के द्वारा सभी मर्जों की दवा किया जाता था कई घटनाएं भी हो चुकी थी। इसके बाद आज अष्टभुजा हॉस्पिटल जवा में ऐसी घटना सामने आई है। अष्टभुजा की तरह जवा तहसील और त्योंथर तहसील में कई प्राइवेट हॉस्पिटल संचालित है जहा पर देखा जा सकता है कि सभी अस्पतालों में एक ही डाक्टर के द्वारा डिलेवरी से लेकर बड़े बड़े ऑपरेशन किया जा रहा है जिनके पास डिग्री भी नही है। लेकिन इन अस्पतालों के खिलाफ न कभी जांच होती है न ही कभी कार्यवाही।
Home विन्ध्य प्रदेश Rewa Rewa News: जवा में संचालित अष्टभुजा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में एक महिला की गयी जान,परिजनों ने लगाए आरोप।