किसानों से वादा निभाने में नाकाम रही मध्य प्रदेश सरकार
रीवा किसान मोर्चा मध्यप्रदेश ने लोकसभा चुनावों में चौतरफा बदहाली की जिम्मेदार मोदी की एनडीए सरकार को दण्डित करने भाजपा को सजा सुनाने का आव्हान लेकर प्रदेश भर में संयुक्त किसान मोर्चे के साथी गाँव गाँव जाकर किसानों मजदूरों खेत मजदूरों महिला छात्र युवा तथा अन्य जन संगठन सामाजिक संगठनो एवं व्यक्तियों से भाजपा को हराने का आवाहन करेंगे मोर्चे के आवाहन मुताबिक संयुक्त किसान मोर्चा संभाग इकाई रीवा ने भी अपनी टीम तैयार की है जिसमें संयोजक शिव सिंह एड किसान नेता रामजीत सिंह भैयालाल त्रिपाठी मोतीलाल शुक्ला इंद्रजीत सिंह शंखू रविनंदन सिंह सुग्रीव सिंह संतोष चतुर्वेदी ललित मिश्र श्रीमती श्रद्धा मिश्रा शोभनाथ कुशवाहा संतकुमार पटेल अनिल सिंह जवा शिवपाल सिंह एड घनश्याम सिंह तेजभान सिंह जयभान सिंह बंसल समाज के नेता प्रदीप बंसल आदि रीवा सीधी सतना लोकसभा क्षेत्र में जाकर भाजपा के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाकर खेती किसानी को तबाह करने वाली नीतियों एमएसपी की गारंटी का क़ानून बनाने में मोदी सरकार की वादाखलाफी 13 महीने के एतिहासिक किसान आन्दोलन के बाद किये गए समझौते से मुकरने बिजली क़ानून थोपने बेरोजगारी बढ़ाने महंगाई से आम जनजीवन को तबाह करने की मोदी सरकार की करतूतों को जनता के बीच ले जाने का निर्णय लिया है साथ ही मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों से 3100 रुपए में धान तथा 2700 रुपए में गेहूं खरीदी पर की गई वादा खिलाफी पर भाजपा को सजा देने का ऐलान करेंगे साथ ही मोर्चा इलेक्टोरल बांड के नाम पर किये गए घोर भ्रष्टाचार के तथ्य भी किसानों मजदूरों तक ले जाएगा वहीं जबरिया भूमि अधिग्रहण आदिवासियों की बड़े पैमाने पर बेदखली जंगल विभाग की मनमानी और गुंडागर्दी सहित देश के लोकतंत्र संविधान को बचाने का संकल्प लेते हुए केन्द्र में सत्तारुढ़ मोदी सरकार जिस तरह संवैधानिक संस्थाओं और केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग अपने राजनैतिक लाभ के लिए विपक्षी दलों की चुनी हुई सरकारों को तोड़ने का काम कर रही है विपक्ष की आवाज को कुचला जा रहा है जनता की आवाज उठाने वाले तमाम विपक्ष के नेताओं एवं समाज के नेतृत्वकर्ताओं को जेल भेजा जा रहा है सरकार की तानाशाही के चलते न्यायपालिका एवं चुनाव आयोग पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं यह अघोषित आपातकाल है पिछले 10 साल में मोदी सरकार ने पूंजीपतियों का 25 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया है दूसरी तरफ एम एस पी मांग रहे किसानों के हिस्से में शहादत आई है 732 किसान दिल्ली सीमा पर 380 दिन धरना देते शहीद हुए वहीं खनौरी बॉर्डर पर पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की हत्या सिर में गोली मारकर भाजपा की हरियाणा पुलिस द्वारा की गई लखीमपुर खीरी में 4 किसानों की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को भाजपा ने फिर से टिकट देकर महिमा मंडित करने का काम किया वहीं महिला पहलवानों द्वारा की गई एफ आई आर के आरोपी को गिरफ्तारी से बचाकर बीजेपी ने यह साफ कर दिया है कि उसे जनभावनाओं और कानून की कोई चिंता नहीं है ऐसे में देश की इस स्थिति को बदलने का एक अवसर लोकसभा चुनाव है एसकेएम संविधान में विश्वास रखने वाले साथियों से अनुरोध करता है कि वे एकजुट होकर आगामी चुनाव में सांप्रदायिक एवं तानाशाह हुकूमत भारतीय जनता पार्टी को हराकर सबक सिखाने का काम करें।