रीवा से भोपाल रानी कमलापति स्टेशन के लिए बंदेभारत ट्रेन का संचालन अब जुलाई के बाद सम्भावित है। इसके पहले रीचा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के ठहराव, मेंटिनेंस, साफ-सफाई आदि के लिए पर्याप्त व्यवस्था बनेगी। इस व्यवस्था को बनाने रेल अमला जुटा हुआ है। इस क्रम में रीवा स्टेशन में निर्माणाधीन पिटलाइन को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अगले महीने में यार्ड व पिटलाइन का नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किया जायेगा। अभी एनआई को तैयार करने का कार्य चल रहा है। जुलाई में नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य होने से रीवा आने वाली सभी यात्री ट्रेन का संचालन प्रभावित होगा। फिर भी रेल प्रशासन उक्त कार्य पूर्ण करने इस संकट से जूझने की तैयारी कर चुका है। गौरतलब है कि पिछले दो महीने से रीवा स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन भोपाल तक वंदे भारत ट्रेन के संचालन का खाका तैयार हो। रहा है, जिस पर अब तक अमलीजामा नहीं। पहनाया गया। लिहाजा प्रदेश की दूसरी वंदे भारत ट्रेन फिलहाल रीवा स्टेशन से नहीं चल सकी। सूत्र बताते हैं कि विगत माह केरल से जिस वंदेभारत ट्रेन का संचालन हुआ, वह रैक रीवा स्टेशन के लिए ही था। तब रीवा स्टेशन में पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण ही उसे केरल भेज दिया गया।
दो रैक हुए थे आवंटित
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने गत वर्ष जब सौ वंदे भारत ट्रेन की घोषणा की थी, तब रीवा से दो वंदे भारत ट्रेन चलाने रैक आवंटित किए थे। इसमें से वंदे भारत ट्रेन रीवा से रानी कमलापति स्टेशन भोपाल के लिए चलाने की बात कही गई थी। जबकि दूसरी वंदेभारत ट्रेन रीवा से जयपुर चलाने का उल्लेख उक्त सूचना में रहा।
लगी रही अधिकारियों की आवाजाही
रीवा स्टेशन से वंदेभारत ट्रेन का संचालन करने निरंतर पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारी सक्रिय हैं। विगत माह चार इंजीनियर अधिकारियों के दल का निरीक्षण हुआ। फिर दो बार महाप्रबंधक व डीआरएम का भी रीवा दौरा हुआ। इस बीच आवश्यक तैयारियों को परखा गया और सुधार के निदेश मातहत को वरिष्ठ अधिकारियों ने दिए हैं।
प्रशिक्षित हुए कर्मचारी
बताते हैं कि वंदे भारत ट्रेन के संचालन हेतु स्थानीय रेल कर्मचारियों को पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब रीवा से रानी कमलापति स्टेशन भोपाल के लिए वंदे भारत ट्रेन का चलना शेष है। विगत माह प्रधानमंत्री का रीवा दौरा रहा, इस दौरान रेलवे के अधिकारी काफी सक्रिय रहे। फिर भी, वंदे भारत ट्रेन का संचालन रीवा से उस समय नहीं हो सका।