विवादों में होने के बाबजूद ट्रांसफर लिस्ट में नही आया नाम।-*लोगो मे चर्चा का बना हुआ है विषय।
1-6-जुलाईकोथाना प्रभारी के निष्क्रियता पर हटाने हेतु जवा चौराहे में कई घंटों तक किया गया था हंगामा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के 48 घंटे आश्वासन पर धरना व चक्काजाम हुआ था समाप्त।
जवा/ रीवा जिले के जवा थाना में जब से अकुशल थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गीतांजली सिंह की पदस्थापना की गई है जब से लगातार अवैध बालू उत्खनन,अवैध परिवहन, गांव गांव में शराब की पैकारी, कोरेक्स, नशीली दवाइयां,मारपीट, हत्या, अपहरण, लूट, चोरी, जगह जगह नशेड़ियों का जमाबड़ा,दिन दहाड़े फायरिंग पुलिस पर हमला आदि घटनाएं आम हो गयी है जिस बजह से क्षेत्रवासी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है दबंगो और गुंडों का बोलबाला है नशेड़ियों जमाबड़ा बाजार से लेकर गांव गांव में लगता है।
जिसके संबंध में लगातार कई महीनों से खबरे प्रकाशित भी की गई है लेकिन थाना प्रभारी के रुतवे और राजनीतिक पकड़ के आगे कोई भी अधिकारी कार्यवाही करने की जुर्रत नही उठा रहे है जिनका लगातार अन्य जगहों में स्थानांतरण करने लोगो द्वारा की मांग की जा रही है 16 जुलाई को थाना प्रभारी को हटाने को लेकर कई घंटों तक चक्काजाम भी किया गया था लेकिन ट्रांसफर लिस्ट में उनका नाम न आना एड समय चर्चा का बिषय बना हुआ है।
वही लोगो का कहना है कि जब से जवा में गीतांजली सिंह को प्रभार मिला है तब से गरीबो असहायों को न्याय नही मिल रहा है जिसको लेकर 16 जुलाई 2023 को जवा चौराहे में जवा थाना प्रभारी को हटाने एवं नीवा सरपंच के आरोपियों को पकड़ने के लिए कई घंटो तक हजारो की संख्या में धरना कर चक्काजाम किया गया था जिसमे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 48 घंटो में आरोपियों को पकड़ा जाएगा और थाना प्रभारी खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
लेकिन सवाल यही उठ रहा है कि जवा थाना प्रभारी का लगातार विरोध होने के बावजूद भी अभी तक कई थानों के उपनिरीक्षकों और निरीक्षकों का ट्रांसफर किया गया लेकिन विवादित थाना प्रभारी का स्थानांतरण न होना कही न कही राजनीतिक दबाव प्रतीत हो रहा है। आखिर किसके मेहरवानी से थाना प्रभारी का स्थानांतरण नही जो रहा है






Total Users : 13317
Total views : 32245