रीवा के मिनरवा अस्पताल में बीते दिन ममता गुप्ता के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे और यह दावा किया था कि उपचार के दौरान ममता गुप्ता की मौत हो गई है. हालांकि, ताजे जानकारी के अनुसार ममता गुप्ता अभी जीवित हैं और उनका इलाज संजय गांधी अस्पताल में वेंटिलेटर पर जारी है.
ममता गुप्ता के परिजनों ने आरोप लगाया था कि अस्पताल प्रबंधन ने महिला को मृत घोषित करने के बजाय वेंटिलेटर पर रखा और इलाज के नाम पर भारी-भरकम राशि वसूली। इस बीच, परिजनों ने सड़क को जाम करते हुए अस्पताल पर अवैध वसूली और लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई थी, और मीडिया ने परिजनों के बयान के आधार पर खबर चलाई थी.
घटना के बारे में जानकारी मिली है कि ममता गुप्ता, जो बैकुंठपुर की निवासी हैं, भागवत कथा सुनने के बाद अपने घर लौट रही थीं. इस दौरान सिरमौर चौराहे के ओवरब्रिज पर अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उन्हें सिर और नाक में गंभीर चोटें आईं. परिजनों ने उन्हें पहले संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को गंभीर बताते हुए इलाज करने से मना कर दिया. इसके बाद, परिजनों ने ममता को मिनरवा अस्पताल में भर्ती कराया.
अब ताजा जानकारी के मुताबिक, ममता गुप्ता जीवित हैं और उनका इलाज संजय गांधी अस्पताल में चल रहा है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.