रीवा (Rewa IT Park): रीवा में 30 करोड़ रुपए की लागत से आईटी पार्क का निर्माण प्रस्तावित है। इसके निर्माण के लिए कालेज चौराहा के समीप स्थान प्रस्तावित किया गया है। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। प्रस्तावित स्थल में वर्तमान में लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मेकेनिकल शाखा का कार्यालय संचालित है। मौके पर उपस्थित लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को निर्देश देते हुए कलेक्टर ने कहा कि प्रस्तावित स्थल की माप करके पूरा विवरण प्रस्तुत करें।
एसडीएम हुजूर प्रस्तावित भवन में संचालित कार्यालय को शिल्पी प्लाजा में स्थानांतरित करने की व्यवस्था करें। प्रस्तावित जमीन को आईटी पार्क निर्माण के लिए देने से पूर्व समस्त औपचारिकताएँ सुनिश्चित करें। मौके पर उपस्थित औद्यागिक विकास निगम के जिला प्रबंधक यूके तिवारी ने प्रस्तावित आईटी पार्क के निर्माण की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित स्थल पर सरलता से आईटी पार्क का निर्माण हो सकेगा। इसके भूतल में पॉर्किंग की व्यवस्था रहेगी। आईटी पार्क के लिए 6 मंजिलों के भवन का निर्माण किया जाएगा। मौके पर एसडीएम हुजूर अनुराग तिवारी, तहसीलदार शिवशंकर शुक्ला, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
मध्य प्रदेश के रीवा में एक नई आईटी पार्क का निर्माण किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में हजारों नौकरियों का सृजन होने और प्रौद्योगिकी क्षेत्र को बढ़ावा मिलने की संभावना है। पार्क का निर्माण 30 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है और इसे 2023 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
आईटी पार्क रीवा के औद्योगिक क्षेत्र में 10 एकड़ के भूखंड पर स्थित होगा। इसमें 5 लाख वर्ग फुट का निर्मित क्षेत्र होगा और इसमें 100 आईटी कंपनियां आ सकेंगी। पार्क में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जिनमें वाई-फाई परिसर, सौर ऊर्जा संयंत्र और वर्षा जल संचयन प्रणाली शामिल हैं।
आईटी पार्क का निर्माण रीवा में आईटी क्षेत्र के लिए एक बड़ा बढ़ावा है। यह आईटी कंपनियों के निवेश को आकर्षित करने और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की उम्मीद है। पार्क क्षेत्र में प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को भी बढ़ावा देगा, सहयोग और नवाचार के लिए एक मंच प्रदान करके।
आईटी पार्क का निर्माण मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) द्वारा किया जा रहा है। MPIDC एक राज्य सरकार की एजेंसी है जो मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है। MPIDC रीवा को आईटी और प्रौद्योगिकी का केंद्र विकसित करने के लिए काम कर रहा है, और नई आईटी पार्क इस रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
आईटी पार्क का निर्माण रीवा के लिए एक स्वागत योग्य विकास है। पार्क नौकरियों का सृजन करेगा, प्रौद्योगिकी क्षेत्र को बढ़ावा देगा, और रीवा को एक आधुनिक और प्रगतिशील शहर के रूप में विकसित करने में मदद करेगा।
आईटी पार्क के अलावा, आईटी क्षेत्र के विकास में योगदान करने वाली कुछ अन्य कारक हैं:
कुशल जनशक्ति की उपलब्धता। रीवा में एक बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग और प्रबंधन कॉलेजों की उपस्थिति के कारण कुशल जनशक्ति का एक बड़ा पूल है।
सरकार का आईटी क्षेत्र का समर्थन। मध्य प्रदेश सरकार आईटी कंपनियों को कर छूट और भूमि सब्सिडी जैसे कई प्रोत्साहन दे रही है।
बुनियादी ढांचे की उपलब्धता। रीवा में अच्छी सड़क और रेल संपर्क है, और यह दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे के भीतर है।
ये कारक रीवा को आईटी कंपनियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाते हैं। परिणामस्वरूप, आईटी क्षेत्र को रीवा में आने वाले वर्षों में तेजी से विकास की उम्मीद है। इससे नौकरियों का सृजन होगा, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रीवा को एक आधुनिक और प्रगतिशील शहर के रूप में विकसित करने में मदद मिलेगी।