रीवा-गुढ़ भगवान श्रीराम व देवरहा बाबा की अटूट भक्ति में अपना तन-मन-धन समर्पित करते हुए श्रीराम का गुणगान व कथा भागवत का वाचन करने वाले स्वर्गीय पण्ड़ित श्री लवकुश प्रसाद अग्निहोत्री जी के बरषी कार्यक्रम के उपलक्ष्य में विगत 04 दिनों से संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन गृहग्राम दुआरी में आयोजित हो रहा है। आपको बता दें कि स्वर्गीय श्री लवकुश प्रसाद अग्निहोत्री जी ने अपना पूरा जीवनकाल श्रीराम व देवरहा बाबा की भक्ति व सेवा के लिए समर्पित करते हुए अपनें तन-मन-धन से एक-एक ईंट जोड़कर दुर्मनकूट धाम के रूप में एक देवस्थान क्षेत्रवासियो के लिए अनुपम सौगात के रूप दिया है।स्वर्गीय श्री पण्ड़ित जी ने एक-एक पौधे लगाकर प्रत्येक देवी देवताओं को विराजित करके छोटा चित्रकूट का रूप दिया जो आज दुर्मनकूट धाम के नाम से प्रसिद्ध है तथा क्षेत्रवासियों के लिए गर्व का विषय है।ऐसे देवतुल्य पूज्यनीय महापुरुष श्री लवकुश प्रसाद अग्निहोत्री जी के बरषी कार्यक्रम के उपलक्ष्य में संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन विगत 04 दिनों से आयोजित हो रहा है जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों श्रोतागण पहुंचते हैं और संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करते हैं। संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के आयोजनकर्ता योगेश अग्निहोत्री ,ऋषभ अग्निहोत्री ,रामायण प्रसाद अग्निहोत्री, अरूण कुमार अग्निहोत्री व परिजनों द्वारा समस्त आगंतुक श्रोतागणों का आत्मीय स्वागत किया जाता है तथा क्षेत्रवासियों से अपील किया है कि ज्यादा से ज्यादा लोग संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा स्थल पहुंचे और संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करें।
आपको बता दें कि संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 3:00 बजे से शायं 7:00 तक आयोजित होता है।
Home विन्ध्य प्रदेश Rewa REWA ब्रह्मलीन स्वर्गीय लवकुश प्रसाद अग्निहोत्री जी के बरषी कार्यक्रम के उपलक्ष्य में आयोजित हो रहा है श्रीमद्भागवत महापुराण कथा