रीवा। जिला शिक्षा अधिकारी रीवा गंगा प्रसाद उपाध्याय को दूरभाष पर पुरैनी कोठार के सरपंच ने जानकारी दी कि उनके गांव की विद्यालय 3 दिन से बंद है। मौके पर कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं हो रहे हैं। सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने अधीनस्थ सांख्यिकी अधिकारी राजेश मिश्रा, संकुल प्राचार्य मार्तंड-2 रमेश पांडेय एवं जन शिक्षक मयंक पाण्डेय को साथ बस्तु स्थित का पता लगाने एवं प्रतिवेदन भेजने हेतु निर्देशित किया।
मौके पर पहुंची जांच टीम ने पाया कि बच्चे स्कूल के मैदान में खेल रहे हैं विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला बंद है। कुछ ग्रामीण जन भी उपस्थित हुए। बच्चों के द्वारा बताया गया कि शिक्षक 3 दिन से लगातार नहीं आ रहे हैं 2 शिक्षकों को बच्चों ने बताया कि छुट्टी पर थे जबकि 3 शिक्षक 3 दिन से लगातार लापता है। मौके पर ही पंचनामा तैयार किया गया एवं जल प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया जहां लापरवाह शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल निलंबित कर दिया।
बीईओ के निरीक्षण से आई थी कसावट लेकिन निरीक्षण पड़ गया ठंडा
बताया गया है कि विकास खंड शिक्षा अधिकारी रीवा आर एल दीपांकर ने एक निरीक्षण दल तैयार किया था जो सतत रूप से विद्यालयों के समय से समय तक खुलने एवं शैक्षणिक गुणवत्ता की जांच पर तत्पर था। बीईओ के पास वर्क लोड ज्यादा होने के चलते नियमित निरीक्षण नहीं हो पा रहा। जिसका परिणाम है कि जिस स्तर से कसावट आई थी उसी स्तर से वह कसावट ठंडी पड़ने लगी। शिक्षकों द्वारा अपना पुराना ढर्रा अपनाया जाने लगा।