लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस बुधवार शाम 4:42 बजे जलगांव जिले के पचोरा स्टेशन के पास पहुंची। इसी दौरान ट्रेन की B-4 बोगी के पहिए से धुआं उठने की अफवाह ने यात्रियों में हड़कंप मचा दिया। देखते ही देखते अफवाह फैल गई कि बोगी में आग लग गई है। इस अफरातफरी में कई यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींचकर इमरजेंसी ब्रेक लगाया और ट्रेन से उतरकर दूसरे ट्रैक पर खड़े हो गए। तभी विपरीत दिशा से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने 13 लोगों को कुचल दिया। हादसे में 15 अन्य घायल हो गए।
घटनास्थल का मंजर बेहद भयावह था। कहीं इंसानी अंग बिखरे पड़े थे तो कहीं शव। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसा इतनी तेजी से हुआ कि लोग संभल नहीं पाए। एक वीडियो में दिखा कि पुष्पक एक्सप्रेस खड़ी है और दूसरे ट्रैक पर भीड़ जमा है। स्थानीय लोग चिल्लाते रहे कि ट्रैक से हट जाओ, लेकिन तब तक कर्नाटक एक्सप्रेस कई यात्रियों की जान ले चुकी थी। रेलवे अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि बोगी में कोई आग लगी थी।
इस दर्दनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को सहायता राशि देने की घोषणा की। रेलवे की ओर से मृतकों के परिजनों को 1.5 लाख रुपये, गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये और घायलों को 5 हजार रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है।
रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बोगी में आग लगने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। यह हादसा यात्रियों द्वारा चेन पुलिंग और दूसरी ट्रेन के ट्रैक पर खड़े होने के कारण हुआ। सीएम फडणवीस ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की आवश्यकता जताई।