भारत एक बार फिर आतंक की चपेट में आ गया है। इस बार निशाना बना जम्मू-कश्मीर का पहलगाम, जहां 26 निर्दोष लोगों की जान एक ही आतंकी हमले में चली गई। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस हमले के पीछे सीमा पार से आए आतंकियों का हाथ है, जिनका सीधा संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलाई हाई लेवल सुरक्षा बैठक:
हमले के अगले दिन, 29 अप्रैल 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी शामिल हुए।
बैठक में पीएम मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा — “सेना को पूरी ऑपरेशनल फ्रीडम दी गई है। वे तय करेंगे कि कैसे, कब और कहां जवाब देना है। भारत अब केवल प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि निर्णायक कार्रवाई करेगा।”
कैबिनेट सुरक्षा समिति की आपात बैठक भी बुलाई गई:
प्रधानमंत्री की इस बैठक के अगले ही दिन, 30 अप्रैल को कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की एक और आपात बैठक बुलाई गई है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि भारत इस बार केवल चेतावनी तक सीमित नहीं रहेगा।
पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक कदम भी तेज़:
भारत सरकार ने आतंकी हमले पर सिर्फ बयानबाज़ी नहीं की, बल्कि ठोस कूटनीतिक कदम भी उठाए हैं:
- पाकिस्तान के नागरिकों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द किए गए हैं।
- सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
- पाकिस्तान को पानी की एक-एक बूंद का जवाब अब उसके हर आतंकी हमले से दिया जाएगा।
LOC पर हालात तनावपूर्ण, पाकिस्तान ने फिर तोड़ा सीज़फायर:
28 से 29 अप्रैल की रात पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर संघर्ष विराम (ceasefire) का उल्लंघन किया गया। कुपवाड़ा, बारामुला और अखनूर सेक्टर में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की गई, जिसका जवाब भारतीय सेना ने संयम और ताकत के साथ दिया। सेना ने टारगेटेड ऑपरेशंस शुरू कर दिए हैं और खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकियों की धरपकड़ जारी है।
गृह मंत्रालय ने देशभर की एजेंसियों को किया अलर्ट:
गृह सचिव गोविंद मोहन ने भी सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें BSF, Assam Rifles, NSG, CRPF और CISF के डायरेक्टर जनरल मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, देशभर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
पीएम मोदी की चेतावनी से पाकिस्तान में हड़कंप:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सख्त चेतावनी के बाद पाकिस्तान की सेना और सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। पाकिस्तान के मीडिया में लगातार यह रिपोर्ट किया जा रहा है कि भारत बड़ी सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
पाकिस्तानी रक्षा विश्लेषकों ने माना है कि मोदी सरकार इस बार पिछली घटनाओं की तरह संयम नहीं बरतेगी, और एक बड़ा जवाब निश्चित है।
आतंकवाद के खिलाफ ‘अंतिम युद्ध’ का ऐलान:
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यह आतंक के खिलाफ अंतिम लड़ाई होगी। अब आतंकियों को यह संदेश स्पष्ट है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। “26 शहीदों की चिताओं की आग अब सुलगती नहीं, जलती है — और जवाब तय है।”
अब गेंद दुश्मन के पाले में:
देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं, ऑपरेशनल प्लानिंग तैयार है और भारत सरकार ने यह साफ कर दिया है कि अब आतंक के हर प्रायोजक को सीधा जवाब मिलेगा। क्या पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क इस बार भारत के जवाब का सामना कर पाएंगे? आने वाले दिनों में यह साफ हो जाएगा।





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