झारखंड के चाईबासा जिले में एक बार फिर नक्सली हिंसा ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। शनिवार को हुए एक भीषण IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) ब्लास्ट में एक झारखंड जगुआर के जवान की जान चली गई, जबकि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना उस वक्त हुई जब जवान नक्सल विरोधी अभियान पर थे। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि की है और बताया कि घायल जवान का इलाज जारी है।
यह विस्फोट चाईबासा के जराइकेला थाना क्षेत्र में हुआ। अधिकारियों के अनुसार, नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED में जवानों की टीम फंस गई, जिससे धमाका हुआ। झारखंड जगुआर का एक बहादुर जवान इस हमले में शहीद हो गया, जबकि CRPF का जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दर्दनाक घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया।
घायल CRPF जवान की हालत गंभीर देखते हुए उसे तुरंत एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने बयान जारी करते हुए बताया कि घायल जवान का इलाज बेहतर तरीके से किया जा रहा है और उसकी स्थिति अब स्थिर है। सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन के तहत इलाके में नक्सलियों की तलाश तेज कर दी है।
यह पहली बार नहीं है जब झारखंड में इस तरह का हमला हुआ है। हाल के महीनों में नक्सलियों द्वारा IED का इस्तेमाल बढ़ गया है। इससे पहले भी इसी क्षेत्र में दो CRPF जवान IED ब्लास्ट में घायल हुए थे, जिन्हें समय रहते रांची शिफ्ट किया गया था। विशेषज्ञों का मानना है कि IED हमले सुरक्षाबलों के लिए सबसे खतरनाक चुनौतियों में से एक बन चुके हैं, जो कि दूरस्थ क्षेत्रों में निगरानी और सुरक्षा को और अधिक कठिन बना देते हैं।
इस हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षाबलों का जीवन हर पल खतरे में रहता है। झारखंड जगुआर के शहीद जवान को पूरा देश सलाम करता है और घायल CRPF जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है। सरकार और सुरक्षाबलों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे नक्सलियों के खिलाफ और अधिक कठोर कार्रवाई करें, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो और हमारे जवान सुरक्षित रहें।